बिखरी गिट्टियां बयां कर रहीं बदहाली की दास्तां
देवरिया में सड़कों की बदहाली दूर नहीं हो सकी है। इसका खामियाजा आम लोग भुगत रहे हैं।
देवरिया: शहर की बदहाल सड़कों पर चलना जोखिम भरा है। इन सड़कों की दशा सुधारने के लिए जिम्मेदारों की तरफ से अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया। आम लोगों में जिम्मेदारों के रवैये के खिलाफ नाराजगी है। लोगों ने जिला प्रशासन से खस्ताहाल सड़कों का निर्माण कराने की मांग की है।
कोआपरेटिव चौराहा से हनुमान मंदिर को जाने वाली सड़क कई जगह टूट गई है। जिस पर चलना आसान नहीं है। जगह-जगह गिट्टियां बिखर गई है। चार वर्ष पूर्व 14.45 लाख रुपये की लागत से बनी इस सड़क के निर्माण के समय पर गुणवत्ता का ध्यान न रखा गया। यही वजह है कि इसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है। कोआपरेटिव चौराहा से रामलीला मैदान होते हुए हनुमान मंदिर तक यह सड़क जाती है। करीब आधा किमी तक वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
हनुमान मंदिर से भगवान चौराहा तक जाने वाली सड़क की स्थिति भी दयनीय हो गई है। इस रास्ते लोग देवरिया खास को जाते हैं। वहीं यह रास्ता कई रास्तों को जोड़ता है। पूरे दिन यह रास्ता व्यस्त रहता है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि नगर पालिका के जिम्मेदार सड़कों को लेकर गंभीर नहीं है। इसकी लंबाई आधा किमी से अधिक बताई जा रही है। राहगीरों को टूटी सड़क पर चलना कठिन है।
कई मोहल्लों को जोड़ती हैं यह सड़कें
यह सड़कें कई मोहल्लों को जोड़ती हैं। राघवनगर, उमानगर, देवरिया खास, भुजौली कालोनी के अलावा अगल-बगल के इलाकों के लोग भी इस रास्ते से गुजरते हैं। करीब 10 हजार की आबादी इसके टूटने से प्रभावित है।