नौनिहालों की सुरक्षा स्कूलों के जिम्मे
देवरिया शहर में इतनी बरसात हुई कि बीते कई साल के रिकार्ड टूट गए हैं। पानी की बूंदों के साथ बीमारियां भी बरसी। मच्छरों के आक्रमण से पूरा शहर परेशान है।
देवरिया: देवरिया शहर में इतनी बरसात हुई कि बीते कई साल के रिकार्ड टूट गए हैं। पानी की बूंदों के साथ बीमारियां भी बरसी। मच्छरों के आक्रमण से पूरा शहर परेशान है। खास कर स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के मच्छरजनित बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बढ़ गया है। स्कूलों के आस-पास अब भी जलभराव है। मच्छरों पर नियंत्रण के लिए फागिग का कोई इंतजाम नहीं है। शहर में 80 से ज्यादा छोटे-बड़े स्कूल हैं। सीबीएसई के स्कूलों की संख्या करीब दो दर्जन है। आइसीएसई स्कूल जहां सालाना 25 से 30 हजार रुपये लेते हैं। वहीं पब्लिक स्कूल की सालाना फीस 20 हजार से शुरू होकर 50 हजार रुपये तक जाती है। शहर के एक स्कूल की शिक्षक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हम खुद ही मच्छर भगाने के लिए हिट या क्वाइल क्लास में रखते हैं। सरकारी स्कूलों की स्थिति काफी खराब है।