जिले के होनहारों ने लहराया परचम
देवरिया के नृप†जय जिला खाद्य विपणन अधिकारी पशुपति बने प्रधानाचार्य।
देवरिया: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने शुक्रवार को पीसीएस 2018 के नतीजों की घोषणा कर दी है। जिसमें जिले के होनहारों ने अपनी प्रतिभा साबित की है।
विकास खंड देसही देवरिया के पकड़ी वीरभद्र निवासी नृप†जय कुमार पाठक का चयन जिला खाद्य विपणन अधिकारी के पद पर हुआ है। वह 2010 बैच के आइआरएस अधिकारी अष्टानंद पाठक के छोटे भाई हैं। इनकी प्राथमिक शिक्षा रामकृष्ण प्राथमिक विद्यालय में हुई। हाईस्कूल व इंटर की शिक्षा जगत नारायण ब्रह्मदेव तिवारी इंटर कालेज से हुई। संत विनोबा पीजी कालेज से स्नातक व गोरखपुर विश्वविद्यालय से संस्कृत विषय से एमए में टॉप किया। 2004 में बुद्ध पीजी कालेज कुशीनगर से बीएड किए। 2007 में परिषदीय विद्यालय में सहायक अध्यापक बने। इसके बाद सिविल सेवा की तैयारी करने में जुट गए।
भागलपुर के धरमेर निवासी पशुपति मिश्र का चयन प्रधानाचार्य के पद पर हुआ है। उन्होंने हाईस्कूल बीजीएम इंटर कालेज भागलपुर व इंटर की पढ़ाई स्वामी देवानंद इंटर कालेज मठलार से की। स्नातक, परास्नातक व एलएलबी की पढ़ाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय से की। वर्तमान में वह झारखंड में राजकीय इंटर कालेज में प्रवक्ता हैं।
मां की परवरिश और चाचा ने दिखाई राह
बचपन में पिता का साया सिर से उठा। मां के आंचल की छांव में पले बढ़े। जब पढ़ने लायक हुए तो चाचा ने राह दिखाई। आखिर वह मंजिल पाने में कामयाब रहे। हम बात कर रहे हैं पीसीएस 2018 में सफलता हासिल करने वाले भलुअनी क्षेत्र के लंगड़ा बाजार निवासी राम भजन यादव का। कामर्शियल ट्रेड टैक्स अफसर पद पर चयनित राम भजन यादव का बचपन कठिनाइयों में बीता।
वह बताते हैं कि मेरे पिता जगदीश यादव विदेश में नौकरी करते थे। जब वह पांच वर्ष के थे तो पिता जी की मार्ग दुर्घटना में मृत्यु हो गई। उनका चेहरा भी ठीक से याद नहीं। मां लखपती देवी ने परवरिश में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। चाचा रमाकांत यादव ने सहारा दिया। मेरे चाचा लोक सेवा आयोग प्रयागराज में नौकरी करते थे। उनके पास रहकर पढ़ाई की। उनका मार्गदर्शन मिला। हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा प्रयागराज से प्रथम श्रेणी से पास की। बंगलुरू से बीटेक किया। वर्तमान में एचएएल लखनऊ में सीनियर मैनेजर के पद पर तैनात हूं। पत्नी प्रीति यादव पीएनबी लखनऊ में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा, व्यक्ति में इच्छाशक्ति का होना अति आवश्यक है तभी सफलता मिलेगी।