औद्योगिक क्षेत्रों में महंगे होंगे भूखंड, तैयारी शुरू
उपायुक्त कार्यालय से दरें प्रस्तावित की जाएंगी। दरों के पुनर्निधारण के संबंध में संयुक्त आयुक्त उद्योग गोरखपुर की अध्यक्षता में 22 जनवरी को उपायुक्त उद्योग के कार्यालय में बैठक बुलाई गई है।
देवरिया: उद्योग विभाग औद्योगिक क्षेत्रों के भूखंडों की दरें बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इसकी तैयारी की जा रही है। इससे नए उद्यमियों को जहां अवसर मिलेगा, वहीं कागज में उद्योग के नाम पर भूखंडों पर काबिज लोगों की मुश्किलें भी बढ़ेंगी।
वैसे तो उद्योग विभाग अपने औद्योगिक क्षेत्रों में भूखंडों की दरें हर पांच वर्ष में बढ़ाता है, लेकिन देवरिया जिले के औद्योगिक क्षेत्रों में दस वर्ष से दरें नहीं बढ़ाई गई हैं। आयुक्त एवं निदेशक ने औद्योगिक क्षेत्रों में भूखंडों की मांग के अनुरूप दरें बढ़ाने को कहा है। उपायुक्त कार्यालय से दरें प्रस्तावित की जाएंगी। दरों के पुनर्निधारण के संबंध में संयुक्त आयुक्त उद्योग गोरखपुर की अध्यक्षता में 22 जनवरी को उपायुक्त उद्योग के कार्यालय में बैठक बुलाई गई है। जिसमें एसडीएम सदर, एसडीएम भाटपाररानी व एसडीएम सलेमपुर, अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड, क्षेत्रीय प्रबंधक उप्र राज्य औद्योगिक विकास निगम गोरखपुर शामिल होंगे।
उपायुक्त उद्योग कृष्ण कुमार अमर ने बताया कि दस वर्ष बाद औद्योगिक क्षेत्रों में दरों का पुनर्निर्धारण किया जाएगा। इसके लिए 22 जनवरी को समिति की बैठक बुलाई गई है। सात जगहों पर अवस्थित हैं औद्योगिक आस्थान
जनपद में सात जगहों पर औद्योगिक आस्थान (क्षेत्र) स्थित हैं। देवरिया के राजकीय औद्योगिक आस्थान की 39 इकाइयां व 19 शेड स्थित है, जिसमें 28 इकाइयां व पांच शेड चालू है। भाटपाररानी में 52 भूखंड में 46 आवंटित हैं। कई इकाइयां बंद हैं। सलेमपुर में 16 इकाइयों आठ चालू व पांच शेड में चार शेड चालू है। गौरीबाजार में 33 भूखंड आवंटित है। रुद्रपुर में 36 भूखंड में चार आवंटित व शेष भूखंड को शहरी काशीराम आवास के लिए आवंटित कर दिया गया है। बरहज में 36 भूखंड को शहरी काशीराम आवास के लिए आवंटित कर दिया गया है। पथरदेवा में 44 में दो इकाइयां चालू हैं।