अब कक्षा एक के बच्चों को पढ़ाएंगे अनुभवी शिक्षक
2021-22 के शैक्षिक सत्र की तैयारियां अभी से शुरू कर दी है। एनसीआईआरटी की कक्षा की पाठ्यपुस्तकों के प्रभावी उपयोग के लिए उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
देवरिया: प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। कक्षा एक के बच्चों को पढ़ाने के लिए अभी तक शिक्षामित्रों को जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन अब अनुभवी शिक्षक पढ़ाएंगे। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कोरोना संक्रमण काल में शिक्षण कार्य प्रभावित रहा है। ऐसे में सरकार का ध्यान बेसिक शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने की है। 2021-22 के शैक्षिक सत्र की तैयारियां अभी से शुरू कर दी है। एनसीआईआरटी की कक्षा की पाठ्यपुस्तकों के प्रभावी उपयोग के लिए उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। 15 जनवरी से 15 मार्च तक प्रशिक्षण कार्य पूरा किया जाएगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त निदेशक अजय कुमार सिंह ने डायट प्राचार्य को इसके लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय से सबसे अनुभवी व योग्य शिक्षक को कक्षा एक के एनसीईआरटी पाठ्य पुस्तक को पढ़ाने के लिए ब्लाक स्तर पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए 25-25 शिक्षकों के बैच को फेस टू फेस मोड में संचालित किया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षण माड्यूल व एनसीईआरटी की पुस्तकों का एक सेट उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे शिक्षकों को शिक्षण कार्य करने व बच्चों को समझने में किसी प्रकार की कठिनाई न हो। गृहकार्य समय से पूर्ण कराएं जाएंगे। दक्ष होने के लिए माड्यूल व पाठ्य पुस्तकों में दी गई गतिविधियों व अभ्यास कार्यों का शिक्षक अभ्यास करेंगे। डायट प्राचार्य व बीएसए की तरफ से नामित बीईओ व शिक्षक प्रशिक्षण की मानीटरिग करेंगे। प्रशिक्षण एनसीईआरटी, उप्र आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान प्रयागराज, राज्य हिदी संस्थान उप्र वाराणसी, राज्य शिक्षा संस्थान उप्र प्रयागराज की तरफ से प्रशिक्षित ब्लाक स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स देंगे। हिदी, अंग्रेजी व गणित के लिए दो-दो दिन यानी प्रशिक्षण छह दिवसीय होगा। एक साथ 25 से 30 प्रशिक्षुओं के बैठने की व्यवस्था रहेगी। बीएसए संतोष कुमार राय ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए पत्र मिला है। तय समय पर प्रशिक्षण कार्य कराया जाएगा।