निर्जला एकादशी पर श्रद्धालुओं ने किया नदी स्नान
देवरिया में स्नान पर्व आते ही लोगों ने वैश्विक महामारी कोरोना को दरकिनार कर दिया।
देवरिया: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बीच लोगों ने निर्जला एकादशी का व्रत रखा और नदी स्नान कर दान दिया। महामारी पर श्रद्धालुओं की आस्था भारी पड़ी। सुबह बरहज, भागलपुर, भटनी, सलेमपुर में श्रद्धालुओं ने सरयू व छोटी गंडक नदी में स्नान कर विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया। व्रती महिलाओं ने घरों व घाटों पर एकादशी की कथा सुनी।
बरहज संवाददाता के अनुसार महिलाओं ने नगर, गौरा, कपरवार, रेताघाट, पैना सहित अन्य घाटों पर सरयू नदी में डुबकी लगाई। भोर से ही श्रद्धालु नदी में स्नान करने लगे। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया भीड़ उमड़ने लगी। लोगों ने पुरोहितों और पंडितों से व्रत की कथा भी सुनी। महिलाओं ने कन्याओं को पंखे पर रखकर फल-फूल और शरबत आदि दान किया। इस दिन को ककड़ी एकादशी भी कहते हैं। इस दिन तरबूज और ककड़ी का दान किया जाता है। अनंतपीठ आश्रम के पीठाधीश्वर आ†जनेय दास जी महाराज ने बताया कि सनातन परंपरा में रखे जाने वाले तमाम व्रतों में निर्जला एकादशी का व्रत सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला है।