सीट से अधिक छात्रों का कर लिया दाखिला
जिले के प्राइवेट व सरकारी आइटीआइ में कुल 6150 छात्रों का दाखिला है। जिसमें 2200 प्रशिक्षु छात्र सरकारी आइटीआइ में प्रशिक्षण लेते हैं।
देवरिया: समाज कल्याण विभाग की शुल्क प्रतिपूर्ति में घोटाले के पर्दाफाश के बाद जिले के समाज कल्याण विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। कई निजी आइटीआइ संस्थाओं ने फर्जी अभिलेखों से छात्र -छात्राओं का ब्योरा तैयार कर व पाठ्यक्रमों में सीटें बढ़ाकर दिखाया गया है। परीक्षा फार्म भी फर्जी ब्योरा से भरवाया और परीक्षा भी दिलवा दी। इसमें छात्रों को प्रतिपूर्ति भी मिल गई। समाज कल्याण विभाग के पोर्टल पर छात्रों का नाम नहीं दिखने पर विभाग ने सूची के आधार पर जांच कराया। जिसमें काफी अंतर पाया गया। इसके बाद मामला उजागर हुआ है। हालांकि कई ऐसे भी आइटीआइ संस्थान मिले, जिनके अभिलेख व छात्रों की संख्या मानक के अनुसार रही।
जिले में कुल 56 निजी आइटीआइ व छह सरकारी आइटीआइ है, जिसमें प्राइवेट आइटीआइ के छात्रों की प्रतिपूर्ति समाज कल्याण विभाग भेजता है। जिले के प्राइवेट व सरकारी आइटीआइ में कुल 6150 छात्रों का दाखिला है। जिसमें 2200 प्रशिक्षु छात्र सरकारी आइटीआइ में प्रशिक्षण लेते हैं। इनमें प्राइवेट आइटीआइ में इलेक्ट्रिशियन व फीटर ट्रेड में बढ़ा कर दाखिला लिया गया है। इसकी जांच लखनऊ निदेशालय स्तर से हो रही है। इसकी सूचना अन्य स्त्रोतों से होने के बाद खलबली मची है।
समाज कल्याण अधिकारी रामपाल यादव ने बताया कि अभी इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है और न ही कोई विभागीय सूचना ही मिली है। इसकी जांच लखनऊ से हुई है। जब तक सूचना नहीं मिलती है, उसके बारे में कुछ नहीं बता सकता।
राजकीय आइटीआइ के प्रधानाचार्य गोविद कुमार ने बताया कि यह मामला प्राइवेट आइटीआइ से जुड़ा है। इसकी जांच भी शासन स्तर से ही हुई है। इसके बारे में उच्चाधिकारी जैसा निर्देश देंगे वैसा किया जाएगा। अभी इसके बारे में कोई सूचना नहीं मिली है।