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¨चतन को सृजनात्मक बनाएं बाल विज्ञानी: श्रीकृष्ण

ाष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन शुक्रवार को युग निर्माण सीनियर सेकेंडरी स्कूल देवरिया खास के सभागार में किया गया, जिसमें बाल विज्ञानियों ने स्व'छ, हरित व स्वस्थ राष्ट्र के लिए विज्ञान, तकनीक व नवाचार विषय पर मौलिक प्रोजेक्ट्स पढ़ा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Oct 2018 10:55 PM (IST)Updated: Fri, 05 Oct 2018 10:55 PM (IST)
¨चतन को सृजनात्मक बनाएं बाल विज्ञानी: श्रीकृष्ण
¨चतन को सृजनात्मक बनाएं बाल विज्ञानी: श्रीकृष्ण

देवरिया: जनपद स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन शुक्रवार को युग निर्माण सीनियर सेकेंडरी स्कूल देवरिया खास के सभागार में किया गया, जिसमें बाल विज्ञानियों ने स्वच्छ, हरित व स्वस्थ राष्ट्र के लिए विज्ञान, तकनीक व नवाचार विषय पर मौलिक प्रोजेक्ट्स पढ़ा। जनपद के 55 विद्यालयों के 245 बाल विज्ञानियों ने प्रतिभाग किया, जिसमें जूनियर वर्ग के 145 व सीनियर वर्ग के 100 बाल विज्ञानी शामिल हैं।

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मुख्य अतिथि जिला विकास अधिकारी श्रीकृष्ण पांडेय ने कहा कि विकास आज विनाश का पर्याय बन गया है। ऐसे में बाल विज्ञानी अपने ¨चतन को सृजनात्मक बनाएं। विज्ञान ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में गहरी पैठ बनाई है। भोजन, स्वास्थ्य, पर्यावरण, उद्योग, अंतरिक्ष, रोजगार व संचार के क्षेत्र में विज्ञान ने अभूतपूर्व कार्य किया है। जिला बाल विज्ञान कांग्रेस बच्चों में वैज्ञानिक गतिविधियों का आयोजन कर भावी वैज्ञानिक तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। बांसगांव सांसद के प्रतिनिधि अंगद तिवारी ने कहा कि मानव गतिविधियों ने हमारे पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचाया है। जिसके कारण पर्यावरण असंतुलन पैदा हो गया है। हम अपने परंपरागत प्रकृति के अनुकूल जीवन शैली अपनाएं और अत्याधुनिक वैज्ञानिक ज्ञान से उसका समायोजन करते हुए संतुलित विकास की ओर बढ़ें। बच्चे अपने वैज्ञानिक समझ से समय की इन चुनौतियों का समाधान अपने प्रोजेक्ट के माध्यम से ढूंढ रहे हैं। पूर्व प्रधानाचार्य इंद्र कुमार दीक्षित ने कहा कि बाल विज्ञानियों द्वारा जो प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया गया है, उनमें पर्यावरण की ज्वलंत समस्याओं का नवोन्मेषी समाधान प्रस्तुत किया गया है। इस वर्ष का मुख्य विषय स्वच्छ हरित और स्वस्थ राष्ट्र के लिए विज्ञान तकनीक और नवाचार रखा गया है, जिसमें पर्यावरण और जीवन की सभी समस्याओं का समाधान निहित है। जिला बाल विज्ञान कांग्रेस के समन्वयक अनिल कुमार त्रिपाठी ने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस विद्यालय व विद्यालय से बाहर नियमित अध्ययन न करने पाने वाले विज्ञान के जिज्ञासु सभी बच्चों को अपना लघु शोध पत्र प्रस्तुत करने का मंच उपलब्ध कराता है। ये बच्चे देश के भावी कर्णधार हैं। इस मौके पर प्रबंधक जितेंद्र पांडेय, प्रधानाचार्य एसएन द्विवेदी, प्रो. राजेश शुक्ल, सुमन ¨सह, हरदयाल ¨सह होरा, मंगल मणि, सच्चिदानंद, शारदा प्रसाद श्रीवास्तव, रविकांत मणि, राहुल दुबे, विवेक दुबे, सुरेंद्र मणि, आलोक पांडेय आदि मौजूद रहे।


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