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प्रयाग जा रही एलपीजी, जिले में गैस की किल्लत

प्रयागराज में कुंभ के शुभारंभ के साथ ही वहां चल रहा आइओसी का प्लांट सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया जिसके चलते शहर की जरूरत को अन्य जिलों से एलपीजी सिलेंडर भेजकर पूरा किया जा रहा है। इससे जिले में रसोई गैस सिलेंडर की आपूर्ति कम हुई जिससे गैस संकट बढ़ा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Feb 2019 12:00 AM (IST)Updated: Tue, 26 Feb 2019 12:00 AM (IST)
प्रयाग जा रही एलपीजी, जिले में गैस की किल्लत
प्रयाग जा रही एलपीजी, जिले में गैस की किल्लत

देवरिया : प्रयागराज में कुंभ के शुभारंभ के साथ ही वहां चल रहा आइओसी का प्लांट सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया, जिसके चलते शहर की जरूरत को अन्य जिलों से एलपीजी सिलेंडर भेजकर पूरा किया जा रहा है। इससे जिले में रसोई गैस सिलेंडर की आपूर्ति कम हुई, जिससे गैस संकट बढ़ा है। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि गैस किल्लत नहीं है, लेकिन जो ट्रक प्रयागराज भेजे जा रहे हैं, वहां फंस जाते हैं। उनकी वापसी में वक्त लगने से आपूर्ति तय समय पर नहीं हो पा रही।

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कुछ समय पहले तक एजेंसियों के गोदाम एलपीजी सिलेंडरों से भरे रहते थे। आज सभी खाली हैं। कारण, एजेंसी संचालकों को वक्त से सिलेंडरों की आपूर्ति नहीं मिल पाना है, जिसके चलते वह उपभोक्ताओं को डिलीवरी नहीं दे पा रहे हैं। बीते करीब 25 दिनों में एजेंसियों का बैकलाग काफी बढ़ गया है। एक-एक एजेंसी में चार से आठ हजार का बैकलाग है। एजेंसी संचालकों का कहना है कि इलाहाबाद का प्लांट बंद होने से दिक्कत बढ़ी है। मांग के सापेक्ष काफी कम सिलेंडर मिल रहा है।

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प्रतिदिन होती है 56 हजार सिलेंडर की खपत

जिले में 92 गैस एजेंसियां हैं। जिले को प्रतिदिन करीब 56 हजार सिलेंडरों की जरुरत होती है। वर्तमान समय में करीब 38 से 40 फीसद सिलेंडरों की आपूर्ति कम हो रही है, जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। गैस न मिलने से उपभोक्ता गोदामों से वापस लौट रहे हैं। एजेंसी कर्मियों को उपभोक्ताओं के गुस्से का भी शिकार होना पड़ रहा है।

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इन दिनों सिलेंडर की आपूर्ति समय से न होने की बात जानकारी में आई है। हालांकि आयल कंपनी के अधिकारियों से बात हुई तो उन्होंने स्थिति को सामान्य बताया है।

-वीके ¨सह, जिलापूर्ति अधिकारी

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