भगवान के वनवास की कथा सुन भावुक हुए लोग
देवरिया में दो स्थानों पर श्रद्धालु सुन रहे हैं रामकथा।
देवरिया: भाटपाररानी क्षेत्र के लक्ष्मण चक गांव में चल रही श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ के सातवें दिन शनिवार को मानस मर्मज्ञ राजन जी महाराज ने वन गमन की कथा सुना कर श्रद्धालुओं को भावुक कर दिया।
कथावाचक ने कहा कि कैकेयी ने राजा दशरथ से वरदान देने का वचन मांगा। दशरथ के आज्ञा दिए जाने के बाद कैकेयी ने राम के लिए 14 वर्ष का वनवास तथा भरत के लिए राजगद्दी की मांग की। वचन दे चुके राजा दशरथ ने न चाहते हुए भी कैकेयी के वरदान को स्वीकार कर लिया। प्रभु श्री राम सीता और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ वन के लिए रवाना हुए।
संयोजक भाजपा नेता हरिचरन सिंह कुशवाहा, पं घनश्यामानन्द ओझा,प्रधानाचार्य डा. विनय पांडेय,प्रधानाचार्य रमाकांत सिंह ,रामबली सिंह, शशि प्रकाश, संजय पटेल, अनिल सिंह, जितेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। उधर क्षेत्र के रतसिया कोठी स्थित श्री बब्बन सिंह इंटर कॉलेज के प्रांगण में कथावाचक राजन जी महाराज ने अपने कथा-प्रवचन से मौजूद लोगों को भाव विभोर कर दिया। भाव के भूखे हैं भगवान: राम सुमिरन दास
सलेमपुर विकास खंड के घुसरी मिश्र गांव में राधा कृष्ण मंदिर के समीप रमेश मिश्र के संयोजन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में प्रवचन करते हुए कथावाचक राम सुमिरन दास ने कहा कि भगवान भाव के भूखे हैं। सच्चे दिल से उन्हें पुकारिये वह आपका कल्याण करेंगे। जब तक श्रद्धा और भाव नहीं होगा तब तक उनकी कृपा आपको नहीं मिल सकती है। यह सुंदर तन लोक कल्याण और भगवत भजन के लिए ही मिला है।