दो केंद्रों पर प्रदूषण प्रमाण पत्र देने का जिम्मा, एक पर ताला बंद
सिर्फ दो केंद्रों पर लगभग साढ़े पांच लाख वाहनों को प्रदूषण प्रमाण पत्र देने का जिम्मा है।
देवरिया: नया मोटर अधिनियम लागू होने के बाद वाहन चालकों की जान सांसत में पड़ गई है। चालान के डर से लोग पुलिस की नजर से बचते हुए वाहन चला रहे हैं। डीएल और प्रदूषण प्रमाण पत्र के लिए लोग कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं कितु समय से प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा है।
प्रदूषण प्रमाण पत्र के लिए सुबह से ही लोग लाइन में खड़े हो जा रहे हैं। शुक्रवार को एआरटीओ कार्यालय के बगल में स्थित प्रदूषण जांच केंद्र के सामने वाहनों की लंबी कतार लगी थी। दो केंद्रों में एक का ताला बंद था। शाम साढ़े तीन बजे तक मात्र 52 लोगों को ही प्रमाण पत्र मिल पाया था। जिले में प्रदूषण जांच केंद्र दो
जिले में वाहनों की संख्या 560941
अब तक प्रदूषण प्रमाण 112236
प्रमण पत्र विहीन वाहन 448705
एक सितंबर से जारी प्रमाण पत्र 2846 तीन दिन से आ रहा हूं। सिर्फ बाइक का प्रदूषण जांच रहे हैं। अफसरों को चार पहिया वाहनों के प्रदूषण जांच का भी इंतजाम करना चाहिए।
-गुड्डू कुशवाहा, सलेमपुर।