आरोपित पूर्व वार्डेन के कब्जे में चाबियां, बढ़ी मुश्किलें
शासन ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कार्यरत फर्जी शिक्षकों व वार्डेन की संविदा समाप्त करने का आदेश दिया था। इसके क्रम में बीएसए ने शैक्षिक अभिलेखों की जांच कराई गई तो कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय रामपुर कारखाना की वार्डेन अमृता सिंह के अभिलेख फर्जी पाए गए जिसके चलते उनकी संविदा समाप्त कर दी गई।
देवरिया: कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय रामपुर कारखाना के अभिलेख तालों में बंद हैं। आरोपित पूर्व वार्डेन ने कमरों व अलमारियों की चाबियां अपने कब्जे में रखा है। जिसके चलते दिक्कतें बढ़ गई हैं। बीएसए ने ताले तोड़वाने के लिए डीएम को पत्र लिखकर नोडल अधिकारी नियुक्त करने का अनुरोध किया है।
शासन ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कार्यरत फर्जी शिक्षकों व वार्डेन की संविदा समाप्त करने का आदेश दिया था। इसके क्रम में बीएसए ने शैक्षिक अभिलेखों की जांच कराई गई तो कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय रामपुर कारखाना की वार्डेन अमृता सिंह के अभिलेख फर्जी पाए गए, जिसके चलते उनकी संविदा समाप्त कर दी गई। सदर कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज कराया गया। वेतन वसूली के लिए पत्र भी जारी किया गया। संविदा समाप्त होने के डेढ़ माह बाद भी अमृता सिंह ने विद्यालय के वार्डेन कक्ष, भंडार कक्ष, स्टोर रूम, आलमारियों व बक्सों की चाबियां नहीं सौंपी है। जिसके चलते इन कक्षों में ताले लटके हैं। विद्यालय के सभी रिकार्ड आलमारियों में बंद हैं। राज्य परियोजना की तरफ से सूचनाएं मांगी जा रही है, लेकिन ताला बंद होने से अभिलेख नहीं मिल पा रहे हैं।
बीएसए प्रकाश नारायण श्रीवास्तव ने बताया कि कक्षों व आलमारियों में ताले बंद हैं। इसके चलते कार्य प्रभावित है। नोडल नामित करने के लिए डीएम, सीडीओ व एसडीएम को पत्र लिखा गया है।