मंडी में आग लगी तो जान बचाना होगा मुश्किल
गल्ला मंडी में 30 थोक व तीन सौ फुटकर दुकानें -दमकल की गाड़ियां पहुंचने का रास्ता तक नहीं
देवरिया: भगवान न करें कि दिल्ली के अनाज मंडी में आगजनी जैसी कोई घटना शहर में हो। शहर के बीचोबीच स्थित गल्ला मंडी तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है। आग से बचाव के इंतजाम नहीं है। घनी आबादी के बीच स्थित होने से भीड़भाड़ पूरे दिन बना रहता है। ऐसे में आग लगी तो जान बचाना मुश्किल होगा।
शहर के सुर्तीहट्टा, मोहन रोड, नई बाजार में गल्ला मंडी स्थित है। यहां करीब 30 थोक व तीन सौ से अधिक फुटकर किराना व गल्ला दुकानें हैं। इन दुकानों तक पहुंचने के लिए संकरे रास्ते हैं। गल्ला मंडी में शहर के विभिन्न मोहल्लों के अलावा दूरदराज के इलाकों से लोग आते हैं। चावल, दाल, किराना के सामान समेत अन्य खाद्य सामग्री की खरीदारी करते हैं। शहर में ज्यादातर इमारतों में आगजनी के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं है। हालत यह है कि आग जैसी कोई घटना होने पर बच निकलना मुश्किल होगा। गल्ला मंडी की अधिकतर सड़कों पर अवैध कब्जा होने से लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सड़क तक दुकानें सज जाती हैं। वाहनों के खड़ा करने से पैदल निकलना आसान नहीं है। गल्ली मंडी से सटे ही गुड़ मंडी, दही मंडी व सब्जी मंडी भी है। इन मंडियों में भीड़भाड़ पूरे दिन बना रहता है।
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बिजली के लटके व जर्जर तार दे रहे हादसे को दावत
देवरिया: गल्ला मंडी से सटे अन्य मंडियों में आग से बचाव का कोई इंतजाम नहीं है। बिजली के लटके व जर्जर तार हादसे को दावत दे रहे हैं। अधिकतर दुकानदारों के पास अग्निशमन यंत्र तक का इंतजाम नहीं है। ऐसे में आग से बचाव मुश्किल होगा।
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-गल्ला मंडी में अधिकतर दुकानदारों के पास आग से बचाव के इंतजाम है। कम पावर के बिजली कनेक्शन हैं। इसके अलावा लोग सतर्क भी हैं।
-शक्ति गुप्ता, व्यापारी नेता
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