फिर बढ़ी जिला अस्पताल में मरीजों की बढ़ी
जिला अस्पताल पूरी तरह से दुर्व्यवस्था के संजाल में है। इलाज के लिए दूर-दराज से जिला अस्पताल आए मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दवाओं को लेकर वार्ड में भर्ती मरीजों व डाक्टरों के बीच हर रोज नोकझोंक हो रही है।
देवरिया: जिला अस्पताल पूरी तरह से दुर्व्यवस्था के संजाल में है। इलाज के लिए दूर-दराज से जिला अस्पताल आए मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दवाओं को लेकर वार्ड में भर्ती मरीजों व डाक्टरों के बीच हर रोज नोकझोंक हो रही है। मरीजों की भीड़ बढ़ने से चिकित्सा व्यवस्था की पोल खुलने लगी है।
ओपीडी में चेस्ट रोग विभाग में डा. प्रतीक केजरीवाल, बाल रोग विभाग में डा. एसके मिश्र, चर्म रोग विभाग में डा. अजीत पाल, मानसिक रोग विभाग में डा. अंबू पांडेय के अलावा जूनियर डाक्टरों ने मरीजों को देखा। हड्डी रोग विभाग में डा. पीएन कन्नौजिया ने मरीजों को देखा। हड्डी रोग विभाग व बाल रोग विभाग में तीन बजे तक ओपीडी चली फिर भी सभी मरीजों को नहीं देखा जा सका। शेष बचे मरीजों को डाक्टर ने अगले दिन देखने के लिए बुलाया। अल्ट्रा साउंड कक्ष में डा. टीएन झा ने 45 मरीजों का अल्ट्रासाउंड किया गया। पीआइसीयू में सभी बेड फुल हैं। डेंगू के दो मरीजों के एक डिस्चार्ज हो गया जबकि एक को मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। एक्स-रे कक्ष व हड्डी रोग विभाग में भी भीड़
जिला अस्पताल में एक्सरे कराने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। यहां भीड़ बढ़ने के कारण डेढ़ बजे एक्सरे की पर्ची लगानी बंद कर दी गई। ऐसे में बहुत से लोगों को वापस लौटना पड़ा।
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बिना स्ट्रेचर हड्डी रोग विभाग पहुंचे मरीज
जिला अस्पताल में स्ट्रेचर का अभाव है। ऐसे में इमरजेंसी में मरीजों को दिखाने के बाद मरीज को स्ट्रेचर की आवश्यकता होती है लेकिन मरीजों को स्ट्रेचर नहीं मिल रहा है। ऐसे में मरीजों को टांग कर स्वजन लंबी दूरी तय कर इमरजेंसी से वार्ड में पहुंचे।
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दिनांक-------------------मरीजों की संख्या
22 अक्टूबर------------1247
21 अक्टूबर------------1250
19 अक्टूबर------------1145
18 अक्टूबर------------784
17 अक्टूबर------------1417
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जिला अस्पताल में जो भी समस्याएं हैं उसका समाधान किया जा रहा है। काफी हद तक सुधार हो गया है। जो भी कमियां हैं उसे दूर किया जा रहा है। मरीजों को बेहतर इलाज दिया जा रहा है।
डा. एचके मिश्र,चिकित्सा अधीक्षक