देवरिया में कोरोना से महिला की मौत, चार पाजिटिव
देवरिया में कोरोना से मरने वालों की लगातार बढ़ रही है संख्या हर दूसरे से तीसरे दिन हो रही है एक मौत।
देवरिया: जिले में कोरोना का संक्रमण कम हुआ है लेकिन दो से चार दिन के अंतराल पर मौतों का सिलसिला जारी है। मंगलवार को जिले के खेमादेई गांव निवासी महिला 75 वर्षीय जानकी सिंह की वाराणसी में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके साथ की कोरोना से मरने वालों की संख्या 90 हो गई है। मेडिकल कालेज गोरखपुर से आई जांच रिपोर्ट में चार पाजिटिव व 1929 निगेटिव पाए गए। जिले में संक्रमितों की संख्या अब 6477 हो गई है वहीं स्वस्थ होने वालों की संख्या 6270 है। सक्रिय केस की संख्या 117 है। नए संक्रमित मरीजों को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इसके अलावा जीआइसी में कोविड की जांच की गई। जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में पूरा दिन जांच कराने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। इसके अलावा सीएचसी, पीएचसी पर भी कोरोना की जांच की गई। सीएमओ डा. आलोक पांडेय ने कहा कि आज कोरोना से एक की मौत हुई है। चार पाजिटिव आए हैं। जहां भी पाजिटिव आ रहे हैं वहां उनके संपर्क में आने वाले लोगों की लिस्ट बनाकर उनकी जांच कराई जा रही है। पाथ व डब्लूएचओ की टीम ने ली कालाजार की जानकारी
शहर के राघव नगर स्थित एक होटल में डब्लूएचओ व पाथ आर्गेनाइजेशन के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन मंगलवार को किया गया। इस दौरान पाथ आर्गेनाइजेशन व डब्लू एचओ की लखनऊ व गोरखपुर से आई टीम ने फाइलेरिया व कालाजार के बारे में जानकारी ली और हकीकत से रूबरू हुए। फाइलेरिया व कालाजार उन्मूलन के लिए प्रयास को और तेज करने पर बल दिया गया।
पाथ के लखनऊ प्रोग्राम आफीसर शोएब अहमद ने कहा कि फाइलेरिया से बचाव के लिए एक साल में एक डोज दवा स्वस्थ व्यक्ति को व रोगी को तीन माह पर अलग दवा खानी है। फाइलेरिया से शरीर में हुए सूजन व जख्म को व्यायाम व दवाओं से ठीक करने की जानकारी दी। डब्लू एचओ के जोनल कोआर्डिनेटर डा. सागर ने कहा कि कालाजार का सर्वाधिक प्रभाव बिहार सीमावर्ती क्षेत्र के गांवों में है। काफी हद कर इसे रोकने में हम सफल हुए हैं।
कार्यशाला को डा. ज्ञान गोरखपुर, डा. पंकज के अलावा सीएमओ डा. आलोक पांडेय, एसीएमओ डा. डीवी शाही, डा. बीपी सिंह आदि ने भी संबोधित किया। यहां बड़ी संख्या में मलेरिया विभाग की टीम व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।