देवरिया में मध्याह्न भोजन में शामिल किया गया मशरूम
देवरिया में एमओयू पर हस्ताक्षर एनआरएलएम बेसिक शिक्षा विभाग व एमपीसी के प्रतिनिधि रहे मौजूद प्रथम चरण में देसही देवरिया के सौ परिषदीय विद्यालयों को चिह्नित किया गया।
देवरिया: परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के पौष्टिक आहार में अब मशरूम भी शामिल हो गया। मिड-डे-मील के तहत सप्ताह में एक दिन मशरूम दिया जाएगा। इसका उत्पादन समूह की महिलाएं घर पर करेंगी। बिल एंड मिरिडा गेट्स फाउंडेशन की मदद से एनआरएलएम, बेसिक शिक्षा विभाग व महालक्ष्मी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के प्रतिनिधियों ने समझौता ज्ञापन एमओयू पर हस्ताक्षर किए। महालक्ष्मी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड समूह की महिलाओं को तकनीकी प्रशिक्षण व मशरूम के बीज (स्पान) मुहैया कराएगी।
विकास भवन के गांधी सभागार में जिलाधिकारी अमित किशोर की मौजूदगी में समझौता ज्ञापन पर एनआरएलएम के उपायुक्त व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सुमित यादव, बीएसए संतोष कुमार राय व एमपीसी कंपनी के निदेशक सुधाकर सिंह ने हस्ताक्षर किए। जिलाधिकारी ने कहा कि एक नया कीर्तिमान जनपद में स्थापित हो रहा है। इस पहल से स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी। बच्चों को पौष्टिक आहार मिलेगा। आइसीडीएस की तरफ से गरम भोजन मुहैया कराने के लिए भी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जोड़ा जाएगा। मशरूम में पौष्टिक तत्वों की प्रचुरता होती है, जो स्वास्थ्य के लिए काफी उपयोगी होता है। मशरूम का उत्पादन बहुत कम खर्च में किया जा सकता है। इसको उगाने के लिए फसल अवशेष, पराली व भूसे का उपयोग किया जाता है। इससे पराली व फसल अवशेष का प्रबंधन होगा। आय भी बढ़ेगी। प्रथम चरण में देसही देवरिया ब्लाक के सौ परिषदीय विद्यालयों को चिह्नित किया गया है। जहां महिलाओं द्वारा उगाए गए मशरूम को महालक्ष्मी प्रोड्यूसर कंपनी उपलब्ध कराएगी। दूसरे चरण में आठ व तीसरे चरण में सात ब्लाकों के स्कूलों को शामिल किया जाएगा। तीस महिलाएं मशरूम का उत्पादन करेंगी। शुक्रवार के दिन मशरूम को मेन्यू में शामिल किया जाएगा। इस मौके पर उप निदेशक कृषि डा. एके मिश्र, जिला विकास अधिकारी श्रीकृष्ण पांडेय, डीसी मनरेगा गजेंद्र त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।