देवरिया में बंदी रक्षक समेत तीन कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई
देवरिया जिला कारागार में बंदी द्वारा आत्म हत्या करने के मामले की जांच में अधीक्षक को प्रथम ²ष्टया तीन कर्मचारी मिले दोषी कार्रवाई के लिए डीआइजी जेल को भेजी रिपोर्ट।
देवरिया: जिला कारागार में एक बंदी के फंदा लगाकर आत्म हत्या कर लेने के मामले में जेल अधीक्षक की जांच में बंदी रक्षक समेत तीन कर्मचारी दोषी पाए गए हैं। कार्रवाई के लिए अधीक्षक ने अपनी रिपोर्ट डीआइजी को भेज दी है। हालांकि इसमें जांच दो स्तर से अभी होने की बात कही जा रही है। माना जा रहा है कि कुछ और कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है।
कुशीनगर जनपद के तरया सुजान थाना क्षेत्र के ग्राम बाघा चौरी निवासी बबलू यादव दुष्कर्म के मामले में अक्टूृबर माह में बंद हुआ था। दो नवंबर को उसने आत्महत्या कर ली। प्रथम जांच जेल अधीक्षक केपी त्रिपाठी को सौंपी गई। जेल अधीक्षक की जांच में बंदी रक्षक समेत तीन कर्मचारी दोषी मिले हैं। घटना के दिन इन सभी कर्मचारियों की ड्यूटी थी, अभी इस मामले में डीआइजी व मजिस्ट्रेटिक जांच बाकी है। जेल अधीक्षक का कहना है कि कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेज दी गई है। डीआइजी स्तर से अभी जांच होना है। नौकरी दिलाने के नाम पर छात्रा से दो लाख रुपये की ठगी
देवरिया के बीआरडीपीजी कालेज की एक छात्रा से चिकित्सा विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर दो लाख रुपये जालसाज हड़प लिया है। इस मामले में पीड़िता ने मंगलवार को एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। मामले की जांच एसपी ने साइबर क्राइम सेल को सौंपी है।
कुशीनगर जनपद के बिदवलिया गांव की रंजना गुप्ता पुत्री सुभाष गुप्ता देवरिया के साकेतनगर में रहती हैं। वह बीआरडीपीजी कालेज में पढ़ती है। उनकी मुलाकात भलुअनी थाना क्षेत्र के परसिया अजमेर निवासी एक युवक से हुई। उसने बताया कि वह चिकित्सा विभाग में नौकरी लगा देगा, दो लाख रुपये देने होंगे। रंजना ने किसी तरह से व्यवस्था कर रुपये दे दिए। अभी तक न तो जालसाज ने नौकरी लगाई और न ही रुपये ही वापस कर रहा है। रुपये मांगने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है। एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने जांच कराकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।