भक्त के मन के मुताबिक रूप धारण करते हैं भगवान
देवरिया के श्री बब्बन सिंह शिक्षा संस्थान व लक्ष्मण चक में श्रीराम कथा का आयोजन।
देवरिया: भगवान का कोई रूप नहीं होता। वे भक्त के मन के मुताबिक ही अपना रूप धारण करते हैं। यदि भक्त के अन्दर भगवान के प्रति आस्था व विश्वास है, तो मन के अनुसार भगवान दर्शन देते हैं।
यह बातें श्री बब्बन सिंह शिक्षा संस्थान, रतसिया कोठी में चल रही श्रीराम कथा में कथावाचन राजन जी महाराज ने बुधवार को कहीं। कहा, जब-जब जिस रूप में भक्त को भगवान की जरूरत पड़ी, भगवान ने वैसा अपना रूप धारण किया। भगवान ने अलग-अलग रूपों में अवतार लेकर भक्तों का उद्धार किया। उधर लक्ष्मण चक में भी राजन जी महराज ने श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराया। पंडाल में गूंजी बधाई
सलेमपुर, देवरिया: विकास खंड के गुमटही में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन बुधवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। भगवान के जन्म की खुशी में श्रद्धालु खुशी में झूम उठे। कथा व्यास साधना शास्त्री ने भगवान कृष्ण के जन्म की कथा सुना कर सभी को भाव विभोर कर दिया।
भगवान श्रीकृष्ण को बालरूप में जन्म के बाद गाजे-बाजे और आतिशबाजी करते हुए पालने में वासुदेव कथा स्थल तक ले आए। इस दौरान भक्तों ने पालना झुलाया और नृत्य किया। भक्तगण घर से गुड़ के लड्डू लाए। अनेक भक्त पोशाक और खिलौना लेकर भी पहुंचे।