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हर दिन चार लाख रुपये के टिकट की हो रही वापसी

बमुश्किल 35 से 40 हजार रुपये के टिकट की बिक्री होने से रेलवे के अधिकारी परेशान -ई-टिकट घर बैठे ही लोग कर रहे हैं कैंसिल काउंटर पर लग रही लाइन

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Jun 2020 06:41 PM (IST)Updated: Fri, 26 Jun 2020 06:41 PM (IST)
हर दिन चार लाख रुपये के टिकट की हो रही वापसी
हर दिन चार लाख रुपये के टिकट की हो रही वापसी

देवरिया : कोरोना के बढ़ते संक्रमण से सर्वाधिक नुकसान रेलवे को हो रहा है। अधिकतर ट्रेनों के निरस्त होने के चलते आम जनता के साथ ही रेलवे के अधिकारी भी परेशान हैं, जिले में सदर रेलवे स्टेशन पर मात्र एक आरक्षण काउंटर खुल रहा है। यहां टिकट लेने वालों से कई गुना संख्या टिकट वापस कराने वालों की दिख रही है। इतना ही नहीं, जिन लोगों ने ई-टिकट बनवाया है, वह अपने घर से ही टिकट को कैंसिल कर दे रहे हैं। यह स्थिति अब अगस्त तक बनी रहेगी।

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कोरोना के चलते ट्रेनें निरस्त हैं। गोरखपुर-छपरा रेलखंड पर मात्र दो ट्रेनें वैशाली व बिहार संपर्क क्रांति चल रही है। जबकि भटनी-वाराणसी रेलखंड पर एक भी यात्री गाड़ी का संचालन शुरू नहीं हो सका है। गंतव्य को जाने के लिए टिकट करा चुके लोगों के टिकट ट्रेनों के निरस्त होने से कैंसिल हो चुका है। लोग टिकट को वापस करने के लिए काउंटर पर उमड़ने लगे हैं। रेलवे के सूत्रों का कहना है कि यहां बमुश्किल 35 से 40 हजार रुपये की टिकट हर दिन बिक्री हो रही है, जबकि काउंटर पर टिकट वापसी लगभग चार लाख की हो रही है। यहां तीन से चार सौ लोगों की लाइन हर दिन लग रही है और बहुत से लोगों को समय समाप्त होने के चलते वापस होना पड़ रहा है। सुबह से ही यहां लाइन लग जा रही है।


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