ई-टिकट दलाल को सीआइबी ने किया गिरफ्तार
सीआइबी (क्राइम इंटेलीजेंस ब्रांच) भटनी व आरपीएफ देवरिया की टीम को गुरुवार को एक बड़ी सफलता हाथ लगी। टीम ने शहर के एसएसबीएल इंटर कालेज के समीप से ई-टिकट के बड़े दलाल को दबोच लिया। उसके पास से टीम ने 40 ई-टिकट बरामद किया जिसमें 28 तत्काल टिकट थे।
देवरिया : सीआइबी (क्राइम इंटेलीजेंस ब्रांच) भटनी व आरपीएफ देवरिया की टीम को गुरुवार को एक बड़ी सफलता हाथ लगी। टीम ने शहर के एसएसबीएल इंटर कालेज के समीप से ई-टिकट के बड़े दलाल को दबोच लिया। उसके पास से टीम ने 40 ई-टिकट बरामद किया, जिसमें 28 तत्काल टिकट थे। यह प्रतिबंधित साफ्टवेयर एएनएमएस के जरिये टिकट बनाता था। पकड़े गए दलाल द्वारा तीन साल में चार हजार ई-टिकट बनाने के सबूत भी सीआइबी को मिले हैं। गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी में अब टीम जुट गई है।
होली व लगन समाप्त होने के बाद तत्काल टिकट को लेकर मारामारी हो रही है, जबकि टिकट दलाल आसानी से प्रतिबंधित एएनएमएस साफ्टवेयर के जरिये तत्काल टिकट बना पांच सौ से एक हजार रुपये अधिक लेकर टिकट बेच दे रहे हैं। गुरुवार को सीआइबी प्रभारी संजय राय व आरपीएफ देवरिया के उप निरीक्षक अबू फरहान दलालों को पकड़ने के लिए स्टेशन पर थे, इस बीच मुखबिर ने सूचना दिया कि ई-टिकट बनाने वाला दलाल एसएसबीएल इंटर कालेज के समीप खड़ा है। सूचना मिलने के बाद टीम मौके पर पहुंची और एक युवक को दबोच ली। तलाशी लेने पर उसके पास से 28 तत्काल व 12 नार्मल टिकट बरामद किए गए। उसने अपना नाम शंभू नाथ चौरसिया पुत्र हीरालाल निवासी भुजौली कालोनी देवरिया बताया। उसने बताया कि वह ई-टिकट की दलाली करता है। तीन साल में 120 फर्जी आइडी के जरिये लगभग चार हजार टिकट बनाया है, जिसकी कीमत लगभग 60 लाख है। सीआइबी प्रभारी संजय राय ने कहा कि इस टीम में शामिल अन्य की गिरफ्तारी को छापेमारी की जा रही है। रैकेट देवरिया से मुंबई तक फैला है।