गूंजी या हुसैन की सदाएं, घरों में रखी गई ताजिया
देवरिया में तहसील चौक पर रखी गई परंपरागत ताजिया।
देवरिया: कोरोना महामारी के बीच चौक पर ताजिया रखने की शासन से मनाही के बाद शहर में मात्र परंपरागत रूप से रखी जाने वाली तहसील की सरकारी ताजिया छोटे स्वरूप में रखी गई। बिना ताशा, बैंड व भीड़ के चार फीट की छोटी ताजिया रखी गई। इसके अलावा लोगों ने अपने दरवाजे के सामने और घरों में ताजिया रखा है।
ताजिया रखने को लेकर हिदू व मुस्लिम दोनों समुदायों में काफी उत्साह का माहौल रहता है। इस बार कोरोना महामारी को लेकर भीड़ न लगे इसे देखते हुए शासन ने चौक पर ताजिया रखने से मना कर दिया है। ऐसे में लोग चौक पर ताजिया न रख कर घरों में ही ताजिया रख इबादत किए। इसमें अबूबकर नगर, तिलक रोड, अली नगर, देवरिया खास, रजला, बसियवां आदि मुस्लिम बाहुल्य इलाके में लोगों ने अपने घर के सामने ताजिया रखा। कौमी एकता की मिसाल गुल्लू सिंह की ताजिया
हरेन्द्र सिंह गुल्लू 20 वर्षों से ताजिया रखते चले आ रहे हैं। अंसारी रोड चूड़ीहारी गली में अपने दरवाजे के सामने ताजिया रखे हैं। उनका कहना है कि मैं बचपन में ताजिया में ताशा बजाता था, यहां कुछ मुस्लिम लोग रहते थे चले गए। उसके बाद मैने ताजिया रखना शुरू कर दिया और प्रति वर्ष हिदू मुस्लिम भाईचारा को बढ़ावा देने के लिए यह कार्य मैं करता हूं।