जिलाधिकारी से मिले चिकित्सक, मांगों का पत्रक सौंपा
प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के बैनर तले चिकित्सक सोमवार को जिलाधिकारी मिले और उन्हें मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र सौंपा।
देवरिया: प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के बैनर तले चिकित्सक सोमवार को जिलाधिकारी मिले और उन्हें मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र सौंपा। साथ ही मांग पूरा न होने पर शीर्ष नेतृत्व के आह्वान पर चिकित्सकों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
संगठन के अध्यक्ष डा. डीवी शाही ने कहा कि सातवें वेतन आयोग के क्रम में प्राप्त मूल वेतन का 35 प्रतिशत प्रैक्टिस बंदी भत्ता एक जनवरी 2016 से तत्काल दिया जाए। वर्षों से विभागीय प्रोन्नतियां लंबित हैं, जबकि विभिन्न स्तरों पर प्रोन्नति के लिए पात्र चिकित्सक बड़ी संख्या में हैं। स्वास्थ्य सेवा संवर्ग तथा दंत संवर्ग के सभी स्तरों पर तत्काल प्रोन्नति की जाए। ग्रामीण भत्ता मूल वेतन का 25 प्रतिशत दिया जाए। पोस्टमार्टम भत्ता प्रति केस 100 रुपये से बढ़ा कर 2000 रुपये किया जाए। वाहन भत्ता अथवा 40 लीटर पेट्रोल, डीजल जैसा कि नोएडा प्राधिकरण के सरकारी चिकित्सक को मिलता है। सचिव डा. केसी राय ने कहा कि सेवानिवृत्त की आयु 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 कर दिया गया है, लेकिन विकल्प चुनने का अधिकार सेवारत चिकित्सकों को दिया जाए। चिकित्साधिकारी के विरुद्ध लंबित जांच 6 माह में निस्तारित की जाए। 6 माह से अधिक समय व्यतीत होने पर उन्हें निर्दोष समझा जाए। मारपीट की घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सुरक्षा व्यवस्था चिकित्सा इकाईयों में कायम की जाए। साथ ही सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों को हथियार के साथ तैनाती दी जाए। इसके अलावा अन्य मांगें शामिल हैं।
इस दौरान डा. पीएन कन्नौजिया, डा. आरके श्रीवास्तव, डा. एके वर्मा, डा. बीपी ¨सह, डा. धर्मेंद्र ¨सह, डा. अमित ¨सह, डा. बीएन गिरि, डा. एपीएन ¨सह आदि मौजूद रहे।