हाईकोर्ट की गाइडलाइन से तय होगी जांच की दिशा
एसआइटी फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है। पहली तारीख पर सरकार का पक्ष रखने में कमजोर पड़ने के बाद अब एसआइटी पूरी तैयारी के साथ सोमवार को कोर्ट में पेश हुई। सूत्रों की मानें तो एसआइटी ने अब तक की जांच से कोर्ट को संतुष्ट करने की भरपूर कोशिश की। साथ ही शासन द्वारा इस मामले में की गई कार्रवाई से भी अवगत कराया।
देवरिया: देवरिया कांड की जांच कर रही एसआइटी फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है। पहली तारीख पर सरकार का पक्ष रखने में कमजोर पड़ने के बाद अब एसआइटी पूरी तैयारी के साथ सोमवार को कोर्ट में पेश हुई। सूत्रों की मानें तो एसआइटी ने अब तक की जांच से कोर्ट को संतुष्ट करने की भरपूर कोशिश की। साथ ही शासन द्वारा इस मामले में की गई कार्रवाई से भी अवगत कराया। माना जा रहा है कि हाईकोर्ट में की गई देवरिया कांड की सुनवाई जांच में अहम साबित होगी।
बाल गृह बालिका कांड में पुलिस की किरकिरी के बाद एसआइटी सावधानी पूर्वक जांच को आगे बढ़ा रही है। मामले की कड़ी जोड़ने के लिए विभिन्न एक्सपर्ट की राय भी ले रही है। फोरेंसिक एक्सपर्ट के अलावा वेहिकल चेसिस आइडेंटिफिकेशन सिस्टम के एक्सपर्ट को भी जांच में लगाया गया है। सबूत जुटाने के लिए मनोवैज्ञानिक के अलावा फेस री¨डग करने वाले विशेषज्ञ भी जांच टीम में शामिल हैं। एसआइटी हर ¨बदुओं पर एक साथ काम कर रही है। माना जा रहा है कि 13 अगस्त को सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट की फटकार के बाद एसआइटी जांच में कोई कमी नहीं रखना चाहती। वह न केवल विधिक बल्कि आधुनिक व वैज्ञानिक तौर-तरीकों से जांच को अंजाम दे रही है। जनपद मुख्यालय पर विवेचना में जुटे एक्सपर्ट न केवल हर पहलुओं पर नजर रखे हुए हैं बल्कि वीडियोग्राफी भी करा रहे हैं, ताकि जरुरत पड़ने पर सबूत के रूप में कोर्ट में प्रस्तुत कर सकें। पड़ताल में कहीं चूक न रहे, इसको लेकर एसआइटी प्रतिदिन पूछताछ करने के अलावा अगले दिन का होमवर्क कर रही है। जिससे हाईकोर्ट को समय से सही जानकारी दी जा सके। वहीं जांच की दिशा किधर जा रही है, इस पर सभी की निगाहें टिकी हुईं हैं। माना जा रहा है कि हाईकोर्ट की गाइडलाइन से ही इस कांड की गुत्थी सुलझेगी। ऐसे में जहां अफसरों को अपनी गर्दन नपने का डर है, वहीं इस कांड का सच सामने आने का इंतजार भी है। सोमवार को हाईकोर्ट में दूसरी सुनवाई हुई, जिस पर न केवल शासन की नजर थी बल्कि इस मामले में कार्रवाई की जद में आए अफसर भी पूरे दिन नजर गड़ाए थे। विभागीय सूत्रों की मानें तो जनपद मुख्यालय पर जांच में जुटी एसआइटी में शामिल अफसर भी हाईकोर्ट की कार्रवाई को जानने के लिए उत्सुक नजर आए।