अब साइबर अपराधी ई-वायलेट में मंगा रहे रुपये
रेल टिकट व आनलाइन सामानों की बिक्री में खूब हो रही है धांधली। चंद मिनट बाद ही टिकट बनाने के बाद कैंसिल कर दे रहे हैं।
देवरिया: साइबर अपराधी लगातार अपने अपराध अपराध का ट्रेंड बदल रहे हैं, पहले एटीएम कार्ड बदलने के साथ ही ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करते थे, लेकिन अब न तो एटीएम से रुपये की निकासी कर रहे हैं और न ही खरीदारी। खातों से रेलवे टिकट बना रहे हैं। टिकट बनाने के कुछ देर बाद ही वह टिकट कैंसिल कर दे रहे हैं और खाते में रुपये वापस करने की जगह अपने ई-वायलेट में पैसा भेज रहे हैं। आए दिन आ रहे इस तरह की मामले की जांच अब साइबर क्राइम सेल कर रहा है।
ऐसे कर रहे हैं यह ठगी
आपके एटीएम कार्ड का नंबर व गुप्त कोड जान ले रहे हैं, इसके बाद अपने ई-वायलेट के जरिये खाते से रेल टिकट या अन्य सामान की खरीदारी कर रहे हैं। टिकट बनाते वक्त दो विकल्प आते हैं, जिससे की टिकट कैंसिल होने के बाद उसमें ही पैसा वापस हो। एक विकल्प होता है, जिस खाते से टिकट बन रहा है वह तो दूसरा होता है ई-वायलेट। साइबर अपराधी ई-वायलेट को ही चुनते हैं। टिकट बनने के कुछ देर बाद ही उसे कैंसिल कर देते हैं।
इनके साथ हुई है धोखाधड़ी
तरकुलवा थाना क्षेत्र के ग्राम देउरवा निवासी कपिलदेव यादव का एसबीआइ देवरिया में खाता है। उनके खाते से 17 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक 58 हजार रुपये की निकासी हो गई। जब वह जांच कराए तो पता चला कि टिकट बनाया गया है और उसे कैंसिल कराकर खाते की जगह ई-वायलेट में रुपये वापस करा दिया गया है। इस तरह के आए दिन मामले एसपी कार्यालय पहुंच रहे हैं। सभी मामलों की जांच साइबर क्राइम सेल द्वारा की जा रही है। एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने कहा कि साइबर सेल को मजबूत किया गया है। उसका सकारात्मक परिणाम भी मिल रहा है।