ग्रामीणों पर भारी पड़ गया शिकारियों पर हमला
देवरिया में शिकारी की ग्रामीणों की पिटाई से मौत के मामले में 15 लोग गैर इरादतन हत्या के आरोपित बना दिए गए।
देवरिया: बिना सोचे समझे शिकारियों को पीटना ग्रामीणों को महंगा पड़ गया। नतीजा यह रहा कि एक युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी। हाल यह है कि 15 लोग गैर इरादतन हत्या के आरोपित बन गए हैं।
गौरतलब है कि 10 जनवरी को देर रात कुछ लोग पक्षियों का शिकार कर रहे थे। यह रोज का उनका व्यवसाय था। यह लोग पक्षियों को पकड़ कर बेचते थे। रब्बेआलम रोज की तरह अपनी पत्नी और चार बच्चों को घर छोड़ कर यह कहकर गया कि पक्षियों को पकड़कर सुबह बेचूंगा और घर का सामान ़खरीदूंगा।
ऱब्बे आलम बहुत ही गरीब थे और कर्ज के बोझ से दबे थे। बच्चे व पत्नी सुबह लौटने का इंतजार कर रहे थे लेकिन उनको जब जानकारी हुई कि कुछ लोग उन्हें मारे पीटे हैं तो उनके होश उड़ गए। घर का खर्च चलाने वाला मुखिया अपने पीछे पत्नी व मासूम बच्चों को छोड़ चला गया। पत्नी व बच्चे रो-रो कर बेहाल हैं। बुजुर्ग पिता व मां सदमे में हैं।