हुनरमंद बनाए जाएंगे सजायाफ्ता बंदी
देवरिया जिला कारागार में जेल प्रशासन ने प्रशिक्षण के लिए तीस बंदियों को चिह्नित किया है।
देवरिया: अपराध से सने हाथों को भी रोजगारपरक बनाने पर जेल प्रशासन का जोर है। जिला कारागार के 30 सजायाफ्ता कैदियों को हुनरमंद बनाने के लिए उन्हें विभिन्न कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। फरवरी के अंत तक उनका प्रशिक्षण जिला कारागार में ही शुरू हो जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद जब वह जेल से छूटेंगे तो उन्हें रोजगार के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
जिला कारागार में लगभग 1500 बंदी व कैदी हैं। जेल से छूटने के बाद बंदियों व कैदियों को रोजगार के लिए भटकना पड़ता है। ऐसे में अब जेल प्रशासन उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए प्रशिक्षण दिला रहा है, ताकि वह जेल से छूटें तो अपना रोजगार कर सके। तीस सजायाफ्ता कैदियों को जेल प्रशासन ने इसके लिए चिह्नित किया है। इन्हें प्रशिक्षण देने के लिए लखनऊ से टीम आएगी। तीन महीने तक कैदियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा साथ ही छह हजार रुपये स्टाइपेंड भी दिया जाएगा। इन ट्रेडों का दिया जाएगा प्रशिक्षण
महिला कैदियों को हुनरमंद बनाने के लिए ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण दिया जाएगा। पुरुष बंदियों को इलेक्ट्रानिक, मैकेनिकल, इलेक्ट्रीशियन, मोटर बाइंडिग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद यह जेल में भी काम कर सकेंगे। तीन माह के प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र भी उन्हें मिलेगा, जो आइटीआइ की डिग्री के बराबर होगा। प्रशिक्षण लेने वाले कैदियों को चिह्नित कर लिया गया है। दस दिन के भीरत प्रशिक्षण प्रारंभ हो जाएगा।
केपी त्रिपाठी, जेल अधीक्षक