कैदी की इलाज के दौरान मौत
जिला कारागार में बंद एक कैदी की इलाज के दौरान लखनऊ के केजीएमसी में मौत हो गई।
देवरिया: जिला कारागार में बंद एक कैदी की इलाज के दौरान लखनऊ के केजीएमसी में मौत हो गई। मौत की सूचना मिलने के बाद जेल प्रशासन ने इससे परिजनों को भी अवगत करा दिया। साथ ही इससे जिला प्रशासन को अवगत करा दिया है। एक माह के अंदर जिला कारागार के तीन कैदियों की मौत हुई है। कुशीनगर जनपद के कुबेर स्थान थाना क्षेत्र के ग्राम केवला छापर निवासी बाबूराम 90 वर्ष के ऊपर अपने ही बेटे की हत्या का आरोप लगा। 2013 में आजीवन कारावास की सजा सुना दी गई और उसी समय से जिला कारागार में बंद था। वह श्वास रोग से पीड़ित था। आठ अक्टूबर को अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। जेल प्रशासन ने उसे केजीएमसी लखनऊ में भर्ती कराया। लखनऊ में इलाज के दौरान शनिवार की रात बाबूराम की मौत हो गई। जेल अधीक्षक केपी त्रिपाठी ने कहा कि उम्र ज्यादा होने के चलते तबीयत खराब चलती थी। इससे जिला प्रशासन को अवगत करा दिया गया है।
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सितंबर माह में दो बंदियों की हुई थी मौत
कुशीनगर जनपद के दुष्कर्म में सजायाफ्ता बंदी पिटू की भी 13 सितंबर की रात इलाज के दौरान बीआरडी मेडिकल कालेज में मौत हो गई थी। इसके बाद बंदियों ने जमकर बवाल किया था। लार उपनगर के शमशीर मोहल्ला निवासी रिजवान 30 पुत्र इल्ताफ किशोरी से दुष्कर्म करने के मामले में जिला कारागार में मार्च 2015 से बंद था। नशा लेने के आदी होने के चलते उसकी तबीयत खराब चल रही थी। 20 सितंबर की रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।