कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प, धक्का-मुक्की
सलेमपुर-बरहज रेल खंड पर भले ही रेल संचलन कोरोना के चलते अभी ठप है लेकिन रेलवे की नजर इस रेलवे ट्रैक पर लगातार है। मंगलवार को ट्रैक से मिट्टी व गिट्टी को मशीन लगाकर सफाई कराई गई। इस दौरान रेलवे के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे। लगभग चार घंटे का समय सफाई करने के दौरान लगा।
देवरिया: किसानों के भारत बंद का एलान व कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुभाष चौक पर मंगलवार को धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस से झड़प व धक्का-मुक्की हुई। कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी की। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीएम प्रशासन राकेश कुमार पटेल को सौंपा।
जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता टाउनहाल स्थित पार्टी कार्यालय पर एकत्रित हुए। इसके बाद नारेबाजी करते हुए शहर के सुबाष चौक पहुंचे, जहां एएसपी शिष्यपाल की अगुवाई में बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं से पुलिस की झड़प व धक्का मुक्की होने लगी। इसके बाद कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए। धरना- प्रदर्शन कर पुलिस व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। करीब दो घंटे चले गहमा-गहमी रही। इस दौरान युवा कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव चंद यादव, पूर्व प्रदेश सचिव रामजी गिरी, राजकुमार जायसवाल, तारकेश्वरनाथ तिवारी, आनंददेव गिरी, संदेश यादव, अरविद शाही, मुकुंद भास्कर मणि, जयदीप त्रिपाठी, जुलेखा खातून, सुबाष राय, विजयशेखर मल्ल रोशन, भरत मणि त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
भाकियू ने दिया धरना, की नारेबाजी
भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने मंगलवार को सुभाष चौक पर धरना दिया। इस दौरान नारेबाजी भी की। बाद में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीएम राकेश कुमार पटेल को दिया। किसानों के नए कृषि कानूनों को वापस लेने, एमएसपी व्यवस्था के लिए कानून बनाने की मांग की गई। मंडल उपाध्यक्ष विनय सिंह, जिलाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप शाही, शहीद ख्वाजा, राणा प्रताप सिंह, सपा नेता व्यास यादव, बड़े शाही, उमेश चंद्र यादव, गोविद विश्वकर्मा आदि मौजूद रहे।
सलेमपुर-बरहज रेल ट्रैक की मशीन से की गई सफाई
सलेमपुर-बरहज रेल खंड पर भले ही रेल संचलन कोरोना के चलते अभी ठप है, लेकिन रेलवे की नजर इस रेलवे ट्रैक पर लगातार है। मंगलवार को ट्रैक से मिट्टी व गिट्टी को मशीन लगाकर सफाई कराई गई। इस दौरान रेलवे के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे। लगभग चार घंटे का समय सफाई करने के दौरान लगा।
सलेमपुर-बरहज रेल खंड पर चलने वाली ट्रेन भले ही घाटे का सौदा है, लेकिन जन दबाव के चलते इस रेल खंड पर ट्रेनें दौड़ाई जाती है। कोरोना संक्रमण के दौरान पूरे देश में बंद हुई ट्रेनों में इसे रेल खंड पर चलने वाली ट्रेन भी शामिल हैं। कुछ चुनिदा ट्रेनें तो चलने लगी है, लेकिन अभी इस रेल खंड पर ट्रेन का संचलन शुरू नहीं हो सका है। रेल इंजीनियर व कर्मचारी मशीन के साथ पहुंचे और बीस किलोमीटर तक ट्रैक पर गिट्टी पर जमे मिट्टी साफ करने के साथ ही उन्हें अलग किया। साथ ही उन्हें व्यवस्थित भी किया। इस दौरान जूनियर इंजीनियर उपेंद्र कुमार, संदीप यादव, धर्मवीर, अवधपेश मौजूद रहे। उपेंद्र कुमार ने बताया कि बरसात के बाद ट्रैक पर गिट्टी में मिट्टी जम जाती है, जिससे स्लीपर के नीचे नमी हो जाती है और रेल संचलन ठीक नहीं हो पाता है। इसलिए मशीन लगाकर गिट्टियों की सफाई कराई गई है।