धन के अभाव में शहरी गरीबों का आवास निर्माण ठप
देवरिया में 7090 शहरी आवासों के पात्र दूसरी व तीसरी किस्त का इंतजार कर रहे हैं।
देवरिया: शहरी गरीबों के आशियाने के सपने पर कोरोना का ब्रेक लग गया है। धन की कमी से निर्माण कार्य ठप है। लाभार्थियों को शेष किस्त मिलने का इंतजार है।
प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत वर्ष 2019-20 में जिले की दो नगर पालिका व नौ नगर पंचायतों में कुल 16321 आवास स्वीकृत हुए थे। इनमें से 6920 लाभार्थियों को तृतीय किस्त मिल गई है। इनके आवास का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। वहीं 7090 लाभार्थियों को दूसरी व तीसरी किस्त का इंतजार है। करीब छह सौ ऐसे लाभार्थी हैं, जिनको रुपये मिल गए हैं लेकिन अभी तक वह काम शुरू नहीं कराए हैं। उनको नोटिस देने की तैयारी है।
तीन किस्तों में धन आवंटित करने की व्यवस्था
प्रधानमंत्री आवास योजन शहरी के तहत तीन किस्त में 2.50 लाख रुपये दिए जाने की व्यवस्था है। खाली भूमि पर पहली किस्त 50 हजार, नींव बनने पर 1.50 लाख रुपये व शेष 50 हजार रुपये कार्य पूर्ण होने पर दिया जाता है।
सूची में करीब तीन हजार अपात्रों के नाम
वर्ष 2019-20 व 2020-21 में कुल 24906 लाभार्थियों के आवास स्वीकृत हुए हैं। इसमें करीब तीन हजार अपात्रों के भी नाम शामिल हैं। जांच कर इनके नाम सूची से बाहर किए जाएंगे। इसके लिए नगर निकायों में सूची चस्पा की गई थी।
पीओ डूडा विनोद कुमार मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के लाभार्थियों को कोरोना संक्रमण काल के चलते द्वितीय व तृतीय किस्त नहीं मिल सकी है। 2306 लाभार्थियों को द्वितीय व 4784 लाभार्थियों को तृतीय किस्त के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। जल्द ही धन मिलने की उम्मीद है।