कदम-कदम पर मरीजों को उठानी पड़ी परेशानी
एंबुलेंस चालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर मुश्किल में मरीज
देवरिया: 102 व 108 एंबुलेंस चालक रात के बारह बजे से सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। जिससे मरीजों को पूरा दिन परेशानी का सामना करना पड़ा। एंबुलेंस चालकों व कर्मियों की मांग है कि उन्हें तीन माह से मानदेय नहीं मिल रहा है और सुविधाएं नहीं मिल रही है। मांगों के पूरा होने के बाद ही एंबुलेंस चालक हड़ताल से वापस आएंगे। उधर हड़ताल के चलते गंभीर रूप से बीमार मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग अपने निजी वाहन व प्राइवेट वाहनों से मरीजों को जिला अस्पताल की इमरजेंसी तक व जिला अस्पताल से मेडिकल कालेज गोरखपुर तक ले गए। गरीब मरीजों को आर्थिक रुप से काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा।
जीवन दायिनी स्वास्थ्य विभाग की 108, 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के तत्वावधान में शीर्ष नेतृत्व के आह्वान पर जनपद के सभी एंबुलेंस चालक व सहायक भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। सभी एंबुलेंस चालक अपना वाहन सोनूघाट के समीप एकत्रित कर वहां रणनीति बनाते रहे। यहां मुख्य रूप से जुबेर, रमायन यादव, उत्तम मिश्र, संजय पांडेय, आर के यादव, अमित कुमार, पंकज कुमार, विश्राम चौधरी, अजीत कुमार, वरुण यादव आदि मौजूद रहे। जनपद में कुल 108 व 102 एंबुलेंस की संख्या 102 है। जिसमें 18 वाहन बनने के लिए खड़े हैं। शेष हर रोज मरीजों को ढोती हैं।
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प्राइवेट वाहनों से इमरजेंसी पहुंचे मरीज
जिला चिकित्सालय में गंभीर रूप से घायल व मरीज अपने निजी साधनों के अलावा मोटरसाइकिल व किराए के साधनों से जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे। लक्ष्मी गुप्ता पुत्री रमानरायन निवासी खुदिया मिश्र की तबीयत खराब थी उसे परिजन टेंपो से, बसंती देवी पत्नी पारस मिश्र निवासी माहीगंज, रमावती देवी पत्नी चिता मझौली वार्ड नम्बर, उर्मिला पुत्री सुनील निवासी लक्ष्मीपुर प्राइवेट वाहनों से जिला अस्पताल इमरजेंसी पहुंचे और उनका इलाज हुआ। पूरे जनपद में अस्पतालों तक मरीजों को जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा।