35 फीसद मतदान कर्मी नहीं गए रवानगी स्थल, सांसत में रहा प्रशासन
जागरण संवाददाता देवरिया त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदान कराने के लिए 35 फीसद मतदान कर्मी र
जागरण संवाददाता, देवरिया: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदान कराने के लिए 35 फीसद मतदान कर्मी रवानगी स्थल पर ही नहीं पहुंचे, जिसके चलते देर रात तक पोलिग पार्टियां रवाना होती रही। जिला प्रशासन ने ड्यूटी पर न जाने वाले कर्मियों पर सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है। इन दिनों कोरोना संक्रमण काल चल रहा है। बहुत से मतदान कर्मी कोरोना के भय या फिर बीमार होने के चलते मतदान केंद्र पर नहीं गए। जिसके चलते जनपद के सभी रवानगी स्थल पर लगभग 35 फीसद मतदानकर्मी पहुंचे ही नहीं। इसमें पीठासीन अधिकारी भी शामिल रहे। दोपहर बाद तक तो प्रशासन को लगा कि कर्मचारी ड्यूटी पर आ जाएंगे, लेकिन तीन बजे तक कर्मचारी रवानगी स्थल पर नहीं पहुंचे तो प्रशासन की परेशानी बढ़ने लगी। जिला प्रशासन सबसे पहले रोजगार सेवक व सफाई कर्मियों को बुलाने लगा और उनकी भी ड्यूटी लगानी शुरू कर दी। इसके बाद भी पीठासीन व अन्य कार्मिकों का जगह खाली रह जाने के चलते लगभग 25 फीसद पोलिग पार्टी रवाना ही नहीं हो पाई। देर शाम शिक्षक व अन्य विभागों के कर्मचारियों को मैसेज भेजकर उनको बुलाने का क्रम शुरू हुआ। रात तक पोलिग पार्टियां मतदान केंद्र के लिए रवाना हुई। खास बात यह रही कि कुछ पीठासीन अधिकारी उन्हें बना दिया गया, जो उसका प्रशिक्षण ही नहीं लिए थे। उधर रवानगी स्थलों पर स्वास्थ्य टीम तो रही, लेकिन थर्मल स्क्रींनिग करने से बचती हुई नजर आई।
मतदानकर्मी के सीने में दर्द के बाद मौत जासं, भागलपुर, देवरिया: चुनाव में ड्यूटी करने के लिए भागलपुर के बीजीएम इंटर कालेज पहुंचे एक कर्मी के सीने में दर्द होने के बाद इलाज के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई। मतदान कर्मी की मौत के बाद आधे घंटे तक रवानगी स्थल पर अफरा-तफरी मची रही।
नगर पालिका बरहज में तैनात कर्मचारी 50 वर्षीय रवींद्र प्रसाद निवासी पैना पूरब पट्टी थाना बरहज की चुनाव ड्यूटी भागलपुर विकास खंड में लगी थी। उन्हें रिजर्व में रखा गया था। लगभग तीन बजे अचानक उनके सीने में दर्द शुरू हो गया। इलाज के लिए पहले पीएचसी पहुंचाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक को एक बेटी व दो बेटियां हैं।