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तीन गांवों के 27 टोले बाढ़ से घिरे

देवरिया में भदिला प्रथम परसिया देवार व विशुनपुर देवार के टोले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 08:37 AM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 08:37 AM (IST)
तीन गांवों के 27 टोले बाढ़ से घिरे
तीन गांवों के 27 टोले बाढ़ से घिरे

देवरिया: सरयू और राप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। 24 घंटे में जलस्तर 17 सेंटीमीटर बढ़ा है। तेजी से बढ़ रहे जलस्तर को लेकर लोगों में भय व्याप्त है। लोगों का कहना है कि सरयू नदी 1998 में आई बाढ़ दोहराने को बेताब है। तीन गांवों के 27 टोले बाढ़ से घिरे हुए हैं।

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सरयू नदी की बाढ़ से भदिला प्रथम, परसिया देवार का दशरसरिया, भरटोला, विशुनपुर देवार का त्रिभुवन टोला, प्रह्लाद टोला, लोहार टोला, दुखंती टोला, रामदास का टोला बाढ़ के पानी से घिर गए है। विशुनपुर देवार के 19 टोले पहले से ही घिरे हैं। नुरूल्लाहपुर बंधा व त्रिभुवन टोले को जाने वाले रास्ता बाढ़ के पानी से डूब गया है। बाढ़ का पानी थोड़ा भी बढ़ा तो दशरसरिया बंधे से ओवर फ्लो हो सकता है। कपरवार के विनोवपुरी के पास राप्ती का पानी आबादी को ओर बढ़ रहा है। नौकाटोला, कुबाईच, बेलडाड़ तक नदी रामजानकी मार्ग से सटकर बह रही है। फसलें डूब गई हैं। थानाघाट पर बने गेज के अनुसार रविवार को सरयू नदी खतरे के निशान 66.50 मीटर से 1.22 मीटर ऊपर यानी 67.72 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। जलस्तर में वृद्धि का रुख है। भदिला प्रथम के ग्राम प्रधान शेषनाथ यादव, रामधनी ने बताया कि बाढ़ का पानी लोगों के घरों तक पहुंच गया है। विशुनपुर देवार के वृद्धि पासवान, प्रह्लाद प्रसाद, अशोक यादव ने बताया कि सभी 26 टोले के 150 घर व आठ सौ से अधिक आबादी प्रभावित है। प्रशासन ने 11 नाव का इंतजाम किया है। एसडीएम सुनील कुमार सिंह ने बताया कि नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर बढ़ रहा है। रुद्रपुर में मंडरा रहा खतरा

राप्ती व गोर्रा नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी से दोआबा के 52 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। रविवार को गेज प्वाइंट भेड़ी के समीप राप्ती 70.80 मीटर और पिड़रा के समीप गोर्रा 71.20 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। राप्ती लाल निशान से 30 सेमी व गोर्रा 70 सेमी ऊपर बह रही है। नदियों में उफान से बथुआ और कुर्ना नाले में भी उफान आ गया है। किसानों की सैकड़ों एकड़ धान की फसल जलमग्न हो गई है। बेलवा जमींदारी बांध, तिघरा-मराक्षी, मांझा भीमसेन, पिड़रा-भुसउल, सिलहटा, गायघाट, नकइल-सेमरौना तटबंध पर दवाब बढ़ रहा है। एसडीएम संजीव उपाध्याय ने कहा कि नदियों के बढ़ते जलस्तर पर नजर है।


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