पेरोल पर छोड़े गए 260 बंदियों पर होगी पुलिस की खास नजर
बरहज निवासी व पूर्व सांसद गोरख प्रसाद जायसवाल के पोते मुरली मनोहर जायसवाल का कहना है कि शनिवार को अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने अपने को कुख्यात अपराधी बताया। उसने बताया कि अब विधान सभा का चुनाव तुम नहीं लड़ोगे। अगर लड़ोगे तो तुम्हारी हत्या कर देंगे। अब चुनाव मैं लड़ूंगा।
देवरिया: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तिथि भले ही घोषित नहीं की गई है, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। जिला कारागार से पेरोल पर छोड़े गए 260 बंदी पुलिस के लिए पंचायत चुनाव में चुनौती होंगे, हालांकि पुलिस उन पर विशेष नजर रखने की बात कह रही है।
अप्रैल में पंचायत चुनाव संभावित है। दावेदार अभी से अपने वोटरों को सुरक्षित करने में जुट गए हैं। चुनाव में जिन लोगों से दिक्कत उत्पन्न होने की संभावना है, उन्हें पुलिस चिन्हित करने लगी है, लेकिन चुनाव में पुलिस के लिए एक और चुनौती होगी। कोरोना काल में अप्रैल 2020 में सात साल से कम की धारा में बंद बंदियों को जिला कारागार से पेरोल पर छोड़ दिया गया है। अभी तक उन्हें जिला कारागार में वापस आने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। देवरिया जेल से 260 बंदी छोड़े गए हैं, जिसमें कुशीनगर के 152 व देवरिया के 108 बंदी शामिल हैं। इतना ही नहीं, अभी भी एक महिला समेत तीन सजायाफ्ता कैदी भी वापस नहीं आए हैं। इनके लिए जेल प्रशासन लगातार रिमाइंडर भेज रहा है।
अपर पुलिस अधीक्षक डा.रामयश सिंह ने कहा कि जेल से सूची ले ली गई है। पेरोल पर छूटे लोगों पर विशेष नजर रखी जा रही है। उन्हें हिदायत भी दी जा रही है कि चुनाव में ऐसा कोई कार्य न करें, वरना उनका पेरोल खारिज कर उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।
बसपा के पूर्व प्रत्याशी रहे मुरली को मिली जान से मारने की धमकी
बरहज विधान सभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके मुरली मनोहर जायसवाल को जान से मारने की धमकी मिलने का मामला प्रकाश में आया है। उन्होंने जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
बरहज निवासी व पूर्व सांसद गोरख प्रसाद जायसवाल के पोते मुरली मनोहर जायसवाल का कहना है कि शनिवार को अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने अपने को कुख्यात अपराधी बताया। उसने बताया कि अब विधान सभा का चुनाव तुम नहीं लड़ोगे। अगर लड़ोगे तो तुम्हारी हत्या कर देंगे। अब चुनाव मैं लड़ूंगा। कुख्यात अपराध हत्या समेत विभिन्न धाराओं के मुकदमों में जमानत पर रिहा हुआ है। सीओ दिनेश सिंह यादव ने कहा कि इस तरह की सूचना अभी हमें नहीं मिली है। अगर धमकी मिली है तो सुरक्षा दी जाएगी।