11 गांवों के शौचालय का 16.56 लाख रुपये वापस
देवरिया में स्वछ भारत मिशन की हवा निकल रही है। शौचालय बनवाने में पंचायत राज विभाग के अफसर रुचि नहीं ले रहे हैं।
देवरिया: स्वच्छ मिशन को फेल करने में जिम्मेदार भी पीछे नहीं हैं। अधिकारियों की बेफिक्री से लार विकास खंड के 11 ग्राम पंचायतों के 16.56 लाख रुपये वापस कर दिए गए। लोगों के व्यक्तिगत शौचालय बनवाने में पंचायत राज विभाग के अफसरों ने रुचि नहीं ली।
ग्राम प्रधानों ने जिन लाभार्थियों का पात्रता सूची में नाम दिया उसके अनुसार प्रति लाभार्थी 12 हजार रुपये प्रधान व सेक्रेटरी के संयुक्त खाते में आ गए। लाभार्थी 12 हजार रुपये में शौचालय बनवाने से हाथ खड़ा कर दिए। इसको लेकर अफसरों ने शौचालय बनवाने के लिए कोशिश भी नहीं की। नतीजा यह हुआ कि विभाग ने शौचालय के रुपये वापस कर लिए। दावे हवा हवाई: गांवों को खुले में शौच मुक्त बनाने के दावे हवा हवाई हैं। गांवों में शौचालयों का उपयोग नहीं हो पा रहा है। कई जगह धनाभाव के चलते कुछ लाभार्थियों के शौचालयों के गड्ढे तक ढके नहीं जा सके। कई शौचालयों की दीवार उठाई जानी शेष है। इन सब के अलावा कई गावों में पात्र लोग शौचालय ही नहीं बनवा रहे। इन गांवों का लौटाया धन
ब्लाक कुल 11 गांवों के 138 शौचालयों का 16 लाख 56 हजार रुपयेसरकारी खाते में वापस मंगा लिया गया है। जिन गांवों से शौचालय का धन वापस हुआ है उनमें चोरडीहा से 15, गाहोडीला से 3, हरखौली से 1, करजहा से 7, कौसड़ से 20, नदौली से 25, पटना से 10, पटनेजी से 10, राम नगर से 30, सतोतर से 10 व सुतावर से 7 लाभार्थियों का पैसा शामिल है।
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लाभार्थियों ने शौचालय नहीं बनवाया तो क्या किया जाय। मजबूरी में सरकारी धन संबंधित विभाग को वापस कर दिया गया।
सुधा सिंह, खंड विकास अधिकारी, लार