बारिश के बीच उत्साह से 1462 लोगों ने लगवाया टीका
जिला अस्पताल महिला जिला अस्पताल सीएचसी सलेमपुर बरहज भलुअनी भाटपाररानी लार गौरीबाजार पथरदेवा समेत 63 टीकाकरण केंद्रों पर 6640 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। लेकिन 1462 लोगों ने टीका लगवाया।
देवरिया: कोरोना टीकाकरण को लेकर लोगों में उत्साह बढ़ता जा रहा है। शनिवार को बारिश होने के बावजूद लोगों ने ने जनपद के विभिन्न टीकाकरण केंद्रों पर उमंग व उत्साह के साथ पहुंचकर कोरोना का टीका लगवाया। हालांकि एक दिन के लक्ष्य के सापेक्ष 22.02 फीसद लोगों ने टीका लगवाया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बारिश के चलते टीकाकरण केंद्रों पर लोगों की संख्या कम होने की बात कह रहे हैं।
जिला अस्पताल, महिला जिला अस्पताल, सीएचसी सलेमपुर, बरहज, भलुअनी, भाटपाररानी, लार, गौरीबाजार, पथरदेवा समेत 63 टीकाकरण केंद्रों पर 6640 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। लेकिन 1462 लोगों ने टीका लगवाया। इसमें 45 वर्ष से अधिक आयु के 926 लोगों ने प्रथम डोज, 81 लोगों ने द्वितीय, 60 वर्ष से अधिक आयु के 401 लोगों ने प्रथम व 46 लोगों ने द्वितीय डोज लगवाया। एक हेल्थ वर्कर द्वितीय व सात फ्रंट लाइन वर्कर को प्रथम डोज का टीका लगाया गया।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा.सुरेंद्र सिंह ने कहा कि बारिश के चलते आज टीकाकरण थोड़ा प्रभावित रहा। सोमवार से स्थिति ठीक हो जाएगी। टीकाकरण केंद्र पहुंचने वाले लोग आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर ही पहुंचे। जिनका प्रथम डोज का टीका लग गया है, वह 84 दिन बाद टीकाकरण केंद्र पहुंचे।
विनोद बरनवाल ने बताया कि
कोरोना का टीका हम सभी के लिए आवश्यक है। कोरोना महामारी के बीच यह टीका वरदान है। टीका लगने के बाद मनोवैज्ञानिक रूप से से भी मनुष्य अपने आप को मजबूत समझ रहा है।
सकारात्मक सोच और मजबूत मनोबल से कोरोना को हराया
मुझे कई दिन से बुखार आ रहा था उस दौरान कुछ अपने को असहज महसूस कर रहा था। फिर मैंने अपनी जांच कराया। जांच रिपोर्ट में कोरोना संक्रमित पाया गया। उसके बाद होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना से जंग जीता। उस दौरान घरेलू उपचार के साथ ही दवाओं का योग किया प्रतिदिन गिलोय से बनाया गया। काढ़ा का सेवन करने के साथ ही गरम पानी का सेवन करते हुए प्रतिदिन सुबह-शाम भाप लिया। जिससे काफी हद तक आराम मिला। इस दौरान इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खट्टे पदार्थों का सेवन करने के साथ ही पौष्टिक भोजन का उपयोग किया। परिवार से दूरी बनाते हुए अलग कमरे में रहकर अपने को सुरक्षित रखते हुए लोगों को सुरक्षित रखा और 18 दिनों के बाद कोरोना से जंग जीत लिया।
--छोटे सिंह
भवानी छापर, देवरिया