इस मौसम में युवक भी रहें सावधान, बढ़ रहे सीने में दर्द के मरीज,बिस्तर से उठकर सीधे खुले में जाना हो सकता है खतरनाक
चित्रकूट जेएनएन। सर्दी के इस मौसम में युवक भी तेजी से चपेट में आ रहे हैं। इस मौसम में बच्चों व ब
चित्रकूट, जेएनएन। सर्दी के इस मौसम में युवक भी तेजी से चपेट में आ रहे हैं। इस मौसम में बच्चों व बुजुर्गो के साथ ही युवकों के भी सावधान रहने की जरूरत है। इसके कुछ उदाहरण भी हैं। दस जनवरी को कर्वी बस स्टैंड निवासी 30 वर्षीय पीएसी का जवान दिन भर घरेलू काम में व्यस्त रहने के बाद हर दिन की तरह सोने चले गए। 11 जनवरी को तड़के चार बजे अचानक उनके सीने में दर्द उठा। स्वजन उसे निजी अस्पताल ले गए लेकिन मौत हो गई।
13 जनवरी को पहाड़ी क्षेत्र के खैरी मजरा सकरौली में 45 वर्षीय किसान खेत से लौटने के बाद घर पर भोजन कर रहा था तभी उसकी अचानक तबियत खराब हो गई। गांव में इलाज कराने के बाद आराम हो गया। रात में फिर तबियत खराब हो गई, जब तक लोग जिला अस्पताल लेकर पहुंचते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
रोज आ रहे 30 से 40 मरीज
जिला अस्पताल में इन दिनों 30 से 40 मरीज सीने में दर्द और शरीर में अकड़न की शिकायत लिए पहुंच रहे हैं। निजी अस्पतालों में इनकी संख्या कहीं अधिक हैं। चिकित्सक भी बदलते मौसम को देखते हुए पहनावे और भोजन पर विशेष ध्यान देने की सलाह दे रहे हैं। यह है प्रमुख कारण
सर्दी में शरीर की नसें सिकुड़ जाती हैं। इसमें रक्त प्रवाह प्रभावित होता है। नसों में सूजन आ जाती है। इससे सीने में दर्द व शरीर में अकड़न की समस्या आम हो जाती है। ऐसे बरतें सावधानी
बिस्तर छोड़ने के बाद अचानक कमरे से बाहर न निकलें। घर से निकलते समय गर्म कपड़ा जरूर पहनें। ठंडी चीजों का सेवन न करें, सुबह-शाम की सैर में सावधानी बरतें।
डाक्टर कहते हैं सर्दी से करें बचाव
जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियनडॉ. बीएस द्विवेदी का कहना है कि इस मौसम में रक्तचाप के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाती है। लोगों को सर्दी से बचाव के प्रयास करने चाहिए। लोगों को चाहिए वह सर्द में स्वयं को फिट रखें। हर समय गर्म कपड़े पहनें, समय से दवाई लें और व्यायाम को दैनिक जीवन में उतारें। किसी भी परेशानी में पास के सरकारी अस्पताल में जाकर इलाज कराएं।