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राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र में रखी जाए तुलसी जन्मस्थली : मोरारी बापू

जागरण संवाददाता चित्रकूट विख्यात कथावाचक मोरारी बापू ने शुक्रवार को यहां कहा कि राजापुर

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 May 2021 10:19 PM (IST)Updated: Fri, 28 May 2021 10:19 PM (IST)
राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र में रखी जाए तुलसी जन्मस्थली : मोरारी बापू
राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र में रखी जाए तुलसी जन्मस्थली : मोरारी बापू

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : विख्यात कथावाचक मोरारी बापू ने शुक्रवार को यहां कहा कि राजापुर स्थित तुलसी जन्मस्थली को राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र में रख जाए ताकि विकास संभव हो सके। जन्मस्थली के विकास के लिए योगी सरकार को पत्र लिखेंगे। तुलसी परिक्रमा पथ बनना जरूरी है। भक्तगण परिक्रमा से भक्तियोग की तरफ आकर्षित होते हैं। वह शुक्रवार को तुलसी जन्मस्थली राजापुर स्थित अपने आश्रम पहुंचे थे।

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जन्मकुटी में गोस्वामी तुलसीदास की पूजा-अर्चना कर हस्तलिखित रामचरित मानस के दर्शन के बाद मां कालिंदी की पूजा करके संत निवास में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने तुलसी जन्मस्थान विवाद का निपटारा कर राजापुर चित्रकूट को ही उनका जन्मस्थान माना है। तुलसीदास विश्व के महान संत थे। उन्होंने राम के चरित्र प्रणेता बनकर मर्यादा पुरुषोत्तम राम बनाने का काम अपनी रामचरितमानस से किया। इस मौके पर जिले के साहित्यत्कार रामगणेश पांडेय ने अपनी लिखित तुलसी जन्मभूमि शोध समीक्षा व मंजिल नामक पुस्तक बापू को समर्पित किया। संत सिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास जी की जन्मस्थली में राष्ट्रीय संत मोरारी बापू के आगमन पर कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्र के हजारों भक्तों ने बापू के आगमन पर उनकी पुष्पवर्षा कर सादर अभिनंदन किया।

गुजरात में होगा तीन दिवसीय तुलसी जयंती आयोजन

उन्होंने बताया कि पूरे देश में श्रावण शुक्ला सप्तमी को तुलसी जयंती मनाई जाती है लेकिन गुजरात में उनके (मोरारी बापू) गांव महुआ में विशेष तरीके से जंयती का आयोजन होता है। इस बार जयंती तीन दिन मनाई जाएगी। सीताराम नाम ट्रस्ट यह आयोजन करेगा।

आज से शुरू होगी रामकथा

मोरारी बापू ने बताया कि भगवान राम के कर्मक्षेत्र चित्रकूट के आरोग्यधाम में नौ दिवसीय रामकथा शनिवार से शुरू हो रही है। भगवान श्रीराम के तापस वेश पर विशेष कथा कही जाएगी और कोरोना प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए कथा आयोजित की जाएगी। विमल जालान वाराणसी, श्यामसुंदर मिश्रा, रामप्रसाद गर्ग, मनोज द्विवेदी, रामाश्रय त्रिपाठी, विष्णुकांत चतुर्वेदी, सुशील मिश्रा, आनंदी प्रसाद रुपौलिहा, अशोक सोनी, हरिमोहन सोनी, समीर विश्वकर्मा रहे।


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