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कोरोना पर भारी पड़ी आस्था, प्रतिबंध के बाद हजारों ने लगाई परिक्रमा

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By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 10:38 PM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 10:38 PM (IST)
कोरोना पर भारी पड़ी आस्था, प्रतिबंध के बाद हजारों ने लगाई परिक्रमा

जागरण संवाददाता, चित्रकूट: चैत्र मास की सोमवती अमावस्या में प्रतिबंध के बाद भी हजारों श्रद्धालु चित्रकूट पहुंचे और रामघाट में मंदाकिनी स्नान कर कामदगिरि परिक्रमा लगाई। जबकि मध्यप्रदेश के सतना जिला प्रशासन ने कामतानाथ के पट बंद कराते हुए सीमा सील कर दी थी। वहीं यूुपी में भी चित्रकूट जिला प्रशासन ने जगह-जगह बैरियर लगाए थे। फिर आस्था को जिला प्रशासन रोक नहीं पाया। तमाम लोग चोर रास्ते से धर्मनगरी पहुंच गए।

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दूसरी ओर सोमवती अमावस्या पर महिलाओं ने घर में पीपल व तुलसी की फेरी लगाई। सोमवती चैत्र अमावस्या मेला में भोर से श्रद्धालु रामघाट में जुटने लगे थे। अधिकारियों ने कोरोना का हवाला देकर उन्हें लौटने का अनुरोध किया लेकिन वह बिना मंदाकिनी स्नान व कामदगिरि परिक्रमा लगाए वापस नहीं लौटे। उनकी आस्था के आगे प्रशासन भी नत मस्तक रहा। हालांकि पिछली अमावस्या के अपेक्षा इस न के बराबर भीड़ थी। वैसे श्रद्धालुओं को रोकने के लिए यूपी व एमपी जिला प्रशासन ने प्रमुख मार्गों में बैरियर लगाकर पुलिस तैनात की थी। उसके बाद भी तमाम श्रद्धालु चोर रास्ता से रामघाट व परिक्रमा में पहुंच गए। उल्लेखनीय है कि मेला को मध्यप्रदेश के सतना जिला प्रशासन व उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिला प्रशासन ने प्रतिबंधित कर दिया था। भगवान कामतानाथ स्वामी समेत विभिन्न मंदिरों के पट दो दिन के लिए बंद कर दिए गए थे। रामघाट के मठ-मंदिरों भी बंद हैं। चित्रकूट की उप्र और मप्र की सीमाएं भी सील हैं।

डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने बताया कि संतों व अधिकारियों की अपील के बाद भी कुछ लोग आ गए थे। श्रद्धालुओं को महामारी का हवाला देकर वापस जाने को कहा गया। पहले से अपील के कारण बहुत कम भीड़ थी। जिनको पता नहीं था वही आए थे।


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