मुलाकात कराने वाले कर्मी ने जेल में पहुंचाई पिस्टल
जागरण संवाददाता बांदा चित्रकूट जिला जेल के अंदर कैदियों से मुलाकात कराने वाले किसी सुरक्ष
जागरण संवाददाता, बांदा : चित्रकूट जिला जेल के अंदर कैदियों से मुलाकात कराने वाले किसी सुरक्षा कर्मी ने जेल में पिस्टल पहुंचाई थी। आला अफसरों की प्राथमिक जांच में ये सच सामने आया है। इसकी रिपोर्ट भी शासन को भेजी गई है। अब मिलीभगत वाले कर्मी की तलाश शुरू हो गई है। अंशु दीक्षित के जेल में आने के बाद से अब तक के मुलाकातियों की सूची तैयार की गई है।
जेल में गैंगवार और मुठभेड़ में तीन कुख्यातों के ढेर होने के बाद चित्रकूटधाम मंडल मंडलायुक्त दिनेश कुमार सिंह, आइजी के. सत्यनारायण के साथ ही चित्रकूट डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल व एसपी अंकित मित्तल ने करीब ढाई घंटे तक हर स्थिति पर पड़ताल की थी। इसमें पता चला कि जेल में कैदियों से मुलाकात कराने वाले कर्मचारी के माध्यम से पिस्टल अंदर पहुंची थी। हालांकि, पिस्टल कब और कैसे व किसकी मिलीभगत से पहुंची, इसकी जांच हो रही है। कुछ अहम सुराग मिले भी हैं। आला अफसरों ने शुक्रवार को ही शासन को भेजी प्राथमिक जांच रिपोर्ट में इसका जिक्र भी किया है। इसके बाद ही जेल अधीक्षक समेत पांच को निलंबित किया गया था। एक आला अफसर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जेल में पिस्टल वहां के कर्मी ने ही पहुंचाई। अब उसकी तलाश की जा रही है।
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अंशु दीक्षित का मंदाकिनी तट पर ही अंतिम संस्कार
जासं, चित्रकूट : माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी शार्प शूटर अंशु दीक्षित के शव को उसके स्वजन पोस्टमार्टम से लेकर निकले, लेकिन अपने घर सीतापुर के बजाय यहां मंदाकिनी तट पर ही अंतिम संस्कार कर दिया। माना जा रहा है कि उसका पूरा शरीर गोलियों से छलनी होने के कारण स्वजन ने ऐसा किया है। उसकी मां ने भी घाट पर बेटे के साथ साजिश किए जाने का आरोप लगाया।
मां ने कहा कि अंशु को सुलतानपुर में भी मारने की कोशिश की गई थी। इसके बाद उसे चित्रकूट शिफ्ट किया गया था। अब यहां पर बेरहमी से मार दिया गया। शरीर में इतनी गोलियां मारी गई हैं कि पूरा शरीर छलनी है। शव घर ले जाने योग्य नहीं है। इसीलिए उसका अंतिम संस्कार यहीं पर कर रही हैं। शनिवार शाम को बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स की मौजूदगी के बीच मंदाकिनी नदी के मुक्ति धाम में उसका अंतिम संस्कार करने के बाद स्वजन सीतापुर रवाना हो गए।