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लोक नृत्यों की विविधता में दिखाई पड़ा एकता का जादू

शरदोत्सव में लोकनृत्यों की दिखी विविधता

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 11:33 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:15 AM (IST)
लोक नृत्यों की विविधता में दिखाई पड़ा एकता का जादू
लोक नृत्यों की विविधता में दिखाई पड़ा एकता का जादू

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : दीनदयाल शोध संस्थान में आयोजित शरदोत्सव में जल शक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह ने कहा कि भारत रत्न राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख के जन्मोत्सव में साहित्य, कला और संगीत तीनों का समावेश दिख रहा है। उनकी नजर में पांच संस्कार संकल्प, सहयोग, संवेदना, सेवा और समर्पण में नानाजी का जीवन दिखता है। उन्होंने ग्रामोदय और स्वावलंबन दोनों विषयों को बखूबी समझा था। वर्तमान में केंद्र व प्रदेश सरकार भी गांव के उत्थान को लेकर काम कर रही है। इसलिए सही मायने में नानाजी का चरित्र राम और देश भक्त वाला रहा है।

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कहा कि नानाजी के दिखाए रास्ते पर अगर कोई छोटा काम कर सकूं तो यह बेहतर होगा। बताया कि नानाजी ने अपने जीवन काल के चार करोड़ 90 लाख 840 मिनट या 2 अरब 94 करोड़ 50 लाख 30 हजार 400 सेकेंड में समाज को बहुत कुछ दिया है। ग्राम्य विकास में सबकी सामूहिक भागीदारी होनी चाहिए। इस मौके पर वेदांती आश्रम के महंत श्रीराम कृष्ण दास ने भी विचार रखे। वहीं, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभु श्रीराम के चरित्र पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई। संपूर्ण रामायण के रूप में अत्यंत मनोहारी प्रस्तुति देखकर दर्शक दीर्घा भाव विभोर रही। बुंदेलखंड के कलाकारों ने राम जन्म पर बधाई, राई लोक नृत्य पेश किए। टीकमगढ़ के प्रसिद्ध भजन गायक पवन तिवारी ने भक्ति गीतों की अनूठी छटा बिखेरी। इसमें ठुमक चलत राम चंद्र, श्याम के रंग में मीरा दीवानी हो गई ने समां बांध दिया।


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