कोई अपराधी नहीं होता तो बचाते है ठाकुर जी
जागरण संवाददाता चित्रकूट अयोध्या के विवादित ढांचा विध्वंस में सीबीआइ कोर्ट के फैसले से चि
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : अयोध्या के विवादित ढांचा विध्वंस में सीबीआइ कोर्ट के फैसले से चित्रकूट के संत समाज में खुशी है। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने सिद्ध कर दिया है कि भगवान राम का काम राम भक्तों ने ही किया था। सुप्रीम कोर्ट पहले ही कह चुकी है कि अयोध्या का विवादित ढांचा के नीचे राम मंदिर था तो जनता ने अपने मंदिर के लिए विवादित ढांचा को गिराया था। किसी नेता का उसमें कोई हाथ नहीं था।
'सही निर्णय आया है जब कोई अपराधी नहीं होता तो ठाकुर जी बचाते हैं जिस काम को हम बिना स्वार्थ के सेवा भाव से काम कर रहे थे इसलिए ठाकुर जी खुद उनकी रक्षा किए। महंत रामजन्म दास- 'यह कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं थी कि लोग अपराधी है हमारे आराध्य प्रभु श्री राम से जुड़ा मुद्दा था। हिदुत्व का मामला था इस निर्णय से राम भक्तों की जीत हुई है। महंत भरत दास- वाल्मीकि आश्रम 'जब सुप्रीम कोर्ट ने विवादित ढांचा को राम मंदिर मान लिया है तो फिर उनका काम करने वाले दोषी हो ही नहीं सकता है। कोर्ट का अच्छा फैसला आया है।' महंत महेंद्र दास- नांदी हनुमानजी 'आज राम भक्तों की एक बार फिर जीत हुई है। कोर्ट से अच्छा फैसला आया है।' महंत मोहित दास - तुलसी गुफा