गेहूं खरीद के दस दिन बाकी, लक्ष्य दूर की कौड़ी
अब दस दिन की गेहूं खरीद लक्ष्य दूर की कौड़ी
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य पाना फिलहाल दूर की कौड़ी है। अब खरीद के लिए सिर्फ दस दिन बचे हैं जबकि 50 फीसद लक्ष्य बाकी है। शासन से 24 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का मिला लक्ष्य दो माह में पूरा नहीं हो सका है। लगातार खरीद के बीच लॉकडाउन ने बाधा डाली। अब केंद्रों पर ताला पड़ने का समय करीब है। कोरोना संक्रमण के खतरे संग जन सेवा केंद्रों से आनलाइन पंजीयन में दिक्कतों के कारण वर्तमान में भी किसान खरीद केंद्र नहीं पहुंच रहे हैं। रबी की फसल में दैवीय आपदा के तौर पर ओला व अतिवृष्टि भी इसकी एक वजह है। इसका सीधा असर गेहूं खरीद पर पड़ा है। आंकड़ों की नजर में गेहूं खरीद
लक्ष्य मिला : 24 हजार मीट्रिक टन
खरीद हुई : 12,244 मीट्रिक टन
अब तक उठान : 10,001 मीट्रिक टन
बेचने वाले किसान : 3,431
कुल धनराशि : 23.57 करोड़
भुगतान हुआ : 21.63 करोड़ किसान बोले
हर साल खेतों में करीब सौ क्विटंल गेहूं का उत्पादन होता था। इस बार ओलावृष्टि में पूरी फसल चौपट होने से महज 40 क्विटंल ही उत्पादन हो सका है।
-बंश गोपाल चौबे, बिहारा कर्वी। इलाके में अतिवृष्टि के कारण फसल गिरने से गेहूं कमजोर हुआ है। इसीलिए सरकारी खरीद केंद्र पर खरीदने से मना कर दिया गया। अब बाजार में बेचेंगे।
-केशव सिंह, कलवारा खुर्द, पहाड़ी। अफसरों का नजरिया
गेहूं की फसल अच्छी होने से रिकार्ड उत्पादन की आस थी लेकिन आपदा ने सब खराब कर दिया। इसका असर गेहूं खरीद पर भी पड़ा है। बाजार में गेहूं के दाम बढ़ने की संभावना को लेकर भी भी किसान कम बेच रहे हैं।
-टीपी शाही, उपनिदेशक, कृषि, चित्रकूट। जिले में संचालित खरीद केंद्रों में कुछ जगह अब इक्का दुक्का किसान पहुंच रहे हैं। अभी खरीद की तिथि और बढ़ने की भी संभावना है। 15 दिन देरी से केंद्र खुलने के कारण यह फैसला हो सकता है।
-संजय श्रीवास्तव, एआरओ विपणन चित्रकूट।