जर्जर रेलवे पुलों की मरम्मत तेज, ट्रेनों की चाल धीमी
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : ठंड के दौरान अक्सर ट्रैक पर खामियों के कारण हादसों के मद्दे
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : ठंड के दौरान अक्सर ट्रैक पर खामियों के कारण हादसों के मद्देनजर रेलवे ने सतर्कता बढ़ा दी है। करीब एक पखवाड़े से जर्जर रेलवे पुलों की मरम्मत का काम तेज है। इससे ट्रेनों पर कॉशन लगाने से चाल धीमी हो गई है। बांदा-चित्रकूट रेलवे ट्रैक पर मंदाकिनी नदी समेत अलग-अलग नालों में काम तकरीबन पूरा होने के करीब है। इससे ट्रेनें लेटलतीफी का शिकार हैं पर भविष्य में परिणाम बेहतर होंगे।
बांदा-चित्रकूट-मानिकपुर रेलवे ट्रैक पर करीब डेढ़ दर्जन नालों और नदियों के पुल हैं। इनमें चैनल स्लीपर व पैड बदलने का काम सर्वे रिपोर्ट के बाद शुरू किया गया है। एक सप्ताह पहले काम में तेजी लाकर ज्यादातर जगहों पर इनको बदला जा चुका है। सोमवार को मंदाकिनी रेलवे ब्रिज पर चैनल स्लीपर व पैड बदलने के बाद छिटपुट खामियां दूर की गईं। इस दौरान चंबल एक्सप्रेस, चित्रकूट एक्सप्रेस, महाकौशल एक्सप्रेस, पैसेंजर समेत अन्य ट्रेनों को 30 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गुजारा गया। करीब एक दर्जन कर्मचारी ठेकेदार की देखरेख में जुटे रहे। चित्रकूटधाम कर्वी रेलवे स्टेशन के प्रबंधक आरएम पांडेय ने बताया कि चैनल स्लीपर बदले जा चुके हैं। इससे ट्रेनों को कॉशन लगाकर गुजारा जा रहा है। एक-दो दिन में काम पूरा होने की संभावना है।