अब गोमाता दूर करेंगी कुपोषण
जागरण संवाददाता चित्रकूट देश के अति पिछड़े जिले में शुमार चित्रकूट में कुपोषण बड़ी समस्
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : देश के अति पिछड़े जिले में शुमार चित्रकूट में कुपोषण बड़ी समस्या है। उसके निजात के लिए सरकार ने राष्ट्रीय पोषण माह में कुपोषित बच्चों के परिवार को एक-एक गाय देने की योजना बनाई है ताकि कुपोषित बच्चे को गाय का दूध पिलाकर स्वस्थ किया जा सके। जिले में 2297 अतिकुपोषित बच्चों के अभिभावकों को इसके लिए राजी किया जा रहा है।
एक तीर से दो निशाना
बुंदेलखंड में कुपोषण के साथ एक और विकराल समस्या अन्ना गोवंश की है। सरकार की मंशा है कि गोशाला में बंद दुधारू गायों को यदि इन परिवारों ने पाल लिया तो दूध पीने से बच्चों की सेहत ठीक होगी ही और अन्ना पशुओं से भी कुछ निजात मिलेगी। हालांकि यह काम उतना आसान नहीं है जितना शासन और प्रशासन सोच रहा है। वैसे सरकार भरण पोषण के लिए प्रति गाय हर माह नौ सौ रुपये उस परिवार को देगी जो गाय को पालेगा।
स्वेच्छा से परिवार को दी जाएगी गाय
गाय को पालना न पालना उस परिवार के इच्छा पर होगा। महिला व बाल विकास कल्याण विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और अधिकारियों को इस कार्य में लगाया गया है। वह कुपोषित बच्चों के परिवार से मिलकर उनको राजी कर रहे हैं, जिसमें उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। कारण है कि बुंदेलखंड की गाय काफी कम दूध देती है। इसी वजह से किसानों ने उन्हें रखा है।
एक नजर में आंकड़े
कुपोषित बच्चे- 2297
अन्ना गोवंश - 30000 'मुख्यमंत्री ने अन्ना गोवंश की समस्या को देखते हुए सभी डीएम को निर्देश दिए हैं कि कुपोषित बच्चों के परिवार को एक-एक गोवंश पालने के लिए राजी किया जाए, ताकि बच्चों को दूध पिलाकर स्वस्थ किया जा सके।
मनोज कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी