मंदाकिनी खतरे के निशान से पार, रामघाट की दुकानें जलमग्न
जागरण संवाददाता चित्रकूट जिले में शुक्रवार की रात से मंदाकिनी नदी फिर बाढ़ में है। प
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जिले में शुक्रवार की रात से मंदाकिनी नदी फिर बाढ़ में है। पहाड़ों में हो रही बारिश से नदी का जल स्तर खतरे के निशान 126.50 मीटर को पार कर गया है। दोपहर में नदी के बाढ़ का पानी 30 सेमी ऊपर से बह रहा है। रामघाट की दुकानें जलमग्न हैं। 36 घंटे के अंदर नदी में दूसरी बार बाढ़ है। हालांकि अभी किसी प्रकार के भौतिक या जन हानि की शिकायत नहीं है।
जिले में सक्रिय मानसून से लगातार बारिश हो रही है। खेत, खलिहान, तालाब, नाले और नदियां जलमग्न हैं। गुरुवार को मंदाकिनी में आई बाढ़ शुक्रवार की सुबह उतर गई थी लेकिन रात में फिर पहाड़ों में भारी बारिश से नदी उफना गई। लोगों के देखते ही देखते कुछ घंटों में एक बार फिर से मंदाकिनी खतरे के निशान 126.50 मीटर को पार गई। बाढ़ उतरने के बाद सामान सजा चुके दुकानदारों में खलबली मच गई। आनन-फानन सामान समेट कर सुरक्षित स्थानों में भागे। एसडीएम कर्वी पूजा यादव ने बताया कि बाढ़ से कोई नुकसान नहीं हुआ था। सिचाई विभाग के रिपोर्ट के अनुसार शनिवार की दोपहर से नदी का जल स्तर उतरने लगा है। रात में जरूर खतरे के निशान से 30 सेंटीमीटर ऊपर बाढ़ थी। बारिश के देखते हुए मध्यप्रदेश जिला सतना के अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है। वहां पर होने वाली बारिश का नदी पर असर पड़ता है। साथ की निचले इलाकों पर भी नजर है।
यमुना का भी बढ़ रहा जलस्तर
यमुना नदी का भी जलस्तर लगातार बढ़ रहा है लेकिन अभी वह खतरे के निशान 93.20 मीटर के काफी नीचे है। सिचाई विभाग के मुताबिक शनिवार की सुबह 81.70 मीटर यमुना का जल स्तर रिकार्ड किया गया है। जबकि शुक्रवार को 78.91 मीटर था। प्रति घंटा करीब 10 सेंटीमीटर की गति से नदी का जलस्तर बढ़ रहा है अभी खतरे जैसी कोई बात नहीं है। वहीं मानिकपुर प्रतिनिधि के अनुसार बरदहा नदी का भी जलस्तर शुक्रवार को थमने के बाद रात में फिर बढ़ा है। कई गांवों का तहसील से संपर्क टूट गया है।