चित्रकूट में जंगल क्षेत्र बढ़ा, घूम रहे बाघ और तेंदुए
संवाद सहयोगी मानिकपुर (चित्रकूट) फारेस्ट सर्वे आफ इंडिया देहरादून की ओर से जारी इंडियन
संवाद सहयोगी, मानिकपुर (चित्रकूट) : फारेस्ट सर्वे आफ इंडिया देहरादून की ओर से जारी इंडियन सर्वे आफ फारेस्ट (आइएसएफआर) की वर्ष 2021 की रिपोर्ट चित्रकूट के लिए सुखद संदेश लेकर आई है। विंध्य पर्वतमाला से घिरे क्षेत्र में 45.29 वर्ग किलोमीटर में जंगल की सर्वश्रेष्ठ वृद्धि हुई है। साथ ही रानीपुर वन्यजीव विहार में मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व से बाघ और तेंदुए जैसे हिसक जीवों का आना-जाना बढ़ा है। इसको लेकर पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वह जंगली क्षेत्र में न जाएं।
मानिकपुर के पाठा में स्थित रानीपुर वन्यजीव विहार के क्षेत्राधिकारी टीपी सिंह का कहना है कि इन दिनों जंगल बाघ, तेंदुए जैसे हिसक जीव बढ़े हैं। उन्हीं जंगलों के मध्य स्थित पर्यटन स्थलों पर अधिक संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। जंगल के अंदर बाघ और तेंदुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए पर्यटकों को हिदायत दी गई है कि जंगल के अंदर न जाएं। जारी की गई एडवाइजरी में कहा है कि बेवजह अगर कोई भी जंगल में घूमता मिला तो उस पर कार्रवाई की जा सकती है। युवा वर्ग जंगल के बीच स्थित धारकुंडी आश्रम, सरभंग ऋषि आश्रम, शबरी जल प्रपात, मार्कंडेय आश्रम, बेधक जंगल आदि स्थानों पर बेवजह घूमने पहुंच रहे हैं। इन्हीं स्थानों पर युवाओं का जत्था अक्सर पिकनिक मनाते हुए देखा गया है। यहीं बाघ और तेंदुए का मूवमेंट रहता है। अगर सजगता नहीं बरती गई तो किसी भी समय जानवर हमला कर सकते हैं। विभाग ने फिलहाल जंगल बिल्कुल भी प्रवेश न करने की सलाह दी है। इसके साथ ही वन्य जीव विहार की टीमें लगातार सर्चिग में जुटी हैं।