Move to Jagran APP

पांच कैदियों को बनाया बंधक, दो घंटे चलीं गोलियां

जागरण संवाददाता चित्रकूट रगौली स्थित जिला जेल में गैंगवार में दो हत्याओं और पुलिस मुठभ

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 May 2021 11:10 PM (IST)Updated: Fri, 14 May 2021 11:10 PM (IST)
पांच कैदियों को बनाया बंधक, दो घंटे चलीं गोलियां
पांच कैदियों को बनाया बंधक, दो घंटे चलीं गोलियां

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : रगौली स्थित जिला जेल में गैंगवार में दो हत्याओं और पुलिस मुठभेड़ में हत्यारे के ढेर होने के दौरान करीब दो घंटे तक रुक-रुक कर गोलियां चलती रहीं। हालात संभालने के लिए कई राउंड फायरिग के साथ ही आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। पूरा जेल परिसर युद्ध का मैदान बना रहा। कैदियों-बंदियों के साथ जेल के सुरक्षा कर्मियों के चेहरों पर दहशत साफ दिखी। सभी खुद को बचाने के लिए बैरकों में दुबके रहे। अंशु के ढेर होने के बाद गोलियां चलना बंद हुई।

loksabha election banner

जेल सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे सभी बंदी व कैदी अपनी-अपनी बैरकों से निकलकर नाश्ता करने के लिए मेस की तरफ जा रहे थे। इसी बीच सीतापुर का अंशु दीक्षित, वाराणसी के शार्प शूटर मेराज अली की बैरक के पास पहुंचा। दोनों बातें करने लगे। थोड़ी देर में ही पश्चिम का अपराधी मुकीम काला भी वहां आ गया। तीनों में किसी बात को लेकर नोकझोंक होने लगी। दौड़कर एक बंदी रक्षक पहुंचा, लेकिन उससे पहले ही अंशु ने पिस्टल निकालकर ताबड़तोड़ गोलियां दाग दीं। पहले मुकीम और फिर मेराज को मौत के घाट उतार दिया। गोली चलती देख बंदी रक्षक भाग खड़ा हुआ। जेल परिसर में में अफरातफरी मच गई। तमाम कैदी और बंदी भाग कर अपनी-अपनी बैरकों में घुस गए। मुकीम व मेराज को मारने के बाद अंशु भी एक बैरक में घुस गया। उसने पांच कैदियों को भी पिस्टल के निशाने पर लेकर बंधक बना लिया। करीब साढ़े नौ बजे जेल अधीक्षक ने एसपी अंकित मित्तल व डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल को फोन किया। जेल में गैंगवार की खबर पाकर अफसर फोर्स के साथ 10.15 बजे पहुंच गए। पुलिस ने उस बैरक को घेर लिया, जिसमें अंशु कैदियों को बंधक बनाए था। उसे आत्मसमर्पण के लिए ललकारा गया, लेकिन वह पुलिस पर गोली चलाने लगा। पुलिस उलटे पैर भागी। दोबारा कुछ देर बार फिर पोजीशन लेकर पुलिस ने उसकी गोलीबारी का जवाब देना शुरू कर दिया। बताते हैं कि करीब दो घंटे तक रुक-रुक कर गोलियां चलती रहीं। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे। आखिर में करीब 11:30 बजे पुलिस ने अंशु का काम तमाम कर दिया। उसके मारे जाने के बाद जेल में गोलियों की आवाज शांत हुई तो अन्य कैदियों ने राहत की सांस ली। थोड़ी देर में आइजी और मंडलायुक्त जेल पहुंच गए। गेट पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। हर नजर जेल गेट पर थी।

-----

डेढ़ बजे जेल से बाहर निकले अफसर

करीब डेढ़ बजे आइजी व कमिश्नर के जेल से जाने के बाद एसपी बाहर निकले। एसपी अंकित मित्तल ने गैंगवार में दो बदमाशों की हत्या और पुलिस मुठभेड़ में हत्यारे के ढेर होने की जानकारी दी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.