केंद्रों से किसान नदारद, कर्मी बैठे रहे खाली
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जागरण संवाददाता, चित्रकूट : एक नवंबर से धान खरीद की शुरुआत के लिए जिले में एक दर्जन केंद्र खुल गए लेकिन पहले दिन बोहनी नहीं हुई। किसी भी केंद्र पर किसानों के नहीं पहुंचने से कर्मचारी व प्रभारी खाली बैठे रहे। फुरसत के क्षण में केंद्र प्रभारियों ने कागजी कामकाज निपटाया। उधर, 15 नवंबर तक केंद्रों पर रौनक आने की बात कही है। बताया कि फसल देरी के कारण खरीद नहीं शुरू हो सकी है।
मौजूदा वर्ष में जिले में अच्छी बारिश होने के कारण किसानों ने जमकर धान की रोपाई की है। कृषि विभाग के आंकड़े बताते हैं कि किसानों ने 14 हजार हेक्टेयर में धान की फसल बोई है। प्रति हेक्टेयर 30 क्विंटल धान उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इसलिए माना जा रहा है कि जिले में रिकार्ड उत्पादन होगा। अभी ज्यादातर किसानों की फसल खेतों पर खड़ी है। वैसे, खरीद के लिए केंद्र शुक्रवार से खुल चुके हैं। कृषि वैज्ञानिक विनय सिंह के मुताबिक बारिश अच्छी होने और देर तक बरकरार रहने के कारण खेतों में नमी है। फसल को पकने में करीब एक सप्ताह से अधिक लगेगा। उसके बाद किसान धान फसल की कटाई और कुटाई का कार्य शुरू करेंगे। ऐसे हालात में धान खरीद केंद्रों पर अभी और कई दिन तक सन्नाटा पसरे रहने की संभावना है। जिला विपणन अधिकारी संजय श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में धान खरीद का लक्ष्य आठ हजार मीट्रिक टन है। सभी केंद्रों में पहले दिन कोई खरीदारी नहीं हुई है। अभी दस दिन ऐसी स्थिति बनी रहने के आसार हैं।