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पत्नी तथा बच्चे की मौत के बाद भैया राम ने की पेड़ों से दोस्ती, बनाया नया परिवार

भैया राम यादव की कड़ी मेहनत का यह परिणाम है कि उसने 40000 पेड़ों का एक हरा भरा जंगल तैयार कर दिया है। भैया राम इन पेड़ों को अपनी संतान से भी अधिक मोहब्बत करते हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 25 Jul 2019 05:38 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 05:41 PM (IST)
पत्नी तथा बच्चे की मौत के बाद भैया राम ने की पेड़ों से दोस्ती, बनाया नया परिवार
पत्नी तथा बच्चे की मौत के बाद भैया राम ने की पेड़ों से दोस्ती, बनाया नया परिवार

चित्रकूट, जेएनएन। चालीस हजार संतानों के पिता के रूप में मशहूर चित्रकूट के भैया राम यादव का काम ही ऐसा है कि लोग उनकी मिसाल देते हैं। पत्नी व बच्चे की मौत के बाद पेड़ों से दोस्ती करने वाले भैया राम आठ साल पहले सुर्खियों में तब आए थे जब दैनिक जागरण ने 'चालीस हजार संतानों का पिता' शीर्षक से 31 जुलाई 2011 को खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद वह पेड़ों की संख्या बढ़ाते रहे। उनको जिले में पुरस्कृत करने पर 'पौधों से यारी ने बना दिया पर्यावरण का संत' खबर मई 2016 में छपी। इससे भैया राम को लेकर चर्चाएं तेज हुईं। इतना होने के बाद भी जिला प्रशासन ने उनकी अनदेखी की।

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भैया राम यादव की कड़ी मेहनत का यह परिणाम है कि उसने 40,000 पेड़ों का एक हरा भरा जंगल तैयार कर दिया है। भैया राम इन पेड़ों को अपनी संतान से भी अधिक मोहब्बत करते हैं। चित्रकूट के वृक्ष पुरुष भैया राम यादव नेअकेले दम पर चालीस हजार पेड़ लगाकर उनकी देखभाल करते हुए हरा भरा जंगल तैयार कर दिया है। कर्वी तहसील के भारतपुर गांव में रहने वाले भैयाराम यादव के माता-पिता ने उन्हें बचपन से ही पेड़ों से दोस्ती करना सिखा दिया था। भैयाराम को अपने माता-पिता से मिली यह सीख उस समय जुनून में बदल गई, जब उसके बेटे और पत्नी का देहांत हो गया।

40,000 पेड़ों का हरा भरा जंगल

पत्नी और बेटे को खो देने के बाद अब भैया राम के जीवन का सिर्फ एक ही मकसद रह गया था और वह था अधिक से अधिक पेड़ लगाना और अपने परिवार की तरह उनको पालना पोसना। भैया राम की शादी चुन्नी देवी से हुई थी। उनकी एक संतान भी हुई थी। अपने परिवार का उनको अधिक दिन सुख नहीं मिला। विवाह के पांच वर्ष बाद उनकी पत्नी की मृत्यु हो गयी। उसके दो साल बाद जब उसके बेटे की भी मृत्यु हो गयी तो भैया राम यादव ने संसारी रिश्तो की मोह माया छोड़ कर अपना जीवन प्रकृति और पर्यावरण के नाम करने का फैसला कर लिया। वह दिन रात जंगल में ही रहने लगे।

जंगल में चलते हैं भैया राम के कानून

पेड़ो को पानी देने के लिए भैया राम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। वह सूखे बुंदेलखंड में दूरदराज से घड़ों में पानी को कंधों पर ढोकर पेड़ो की सिंचाई करते है और समय-समय पर पेड़ों की देखभाल करते। भैया राम की मेहनत का परिणाम इस जंगल में उनके ही कायदे कानून ही चलते हैं। वृक्षों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगो को दंडित किया जाता है।

आंवला, पीपल समेत दर्जनों प्रजाति के पेड़

भैया राम के इस जंगल में आंवला, इमली, सागौन, बांस और पीपल सहित दर्जनों प्रजाति के पेड़ लगे हुए है। भैया राम का सपना है कि वह जब तक जिंदा रहे पेड़ों की सेवा करता रहे और इनकी संख्या भी बढ़ाता रहे।

प्रियंका गांधी ने भी की 'वृक्ष पुरुष' की तारीफ

चालीस हजार पेड़ो के पिता वृक्ष पुरुष भैया राम यादव की लगन की कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने तारीफ की। प्रियंका ने कहा चित्रकूट में सूखी, ऊबड़-खाबड़ जमीन पर 40,000 वृक्षों का जंगल खड़ा करने वाले 'वृक्ष पुरुष' भैयाराम यादव ने यह साबित कर दिया कि जीवन में कुछ भी असम्भव नहीं है। उम्मीद है आपकी संतानों की प्यास बुझाने के लिए एक हैंडपम्प जल्दी लगेगा।

'वृक्ष पुरुष' को वन विभाग करेगा सम्मानित

वन विभाग के अधिकारियों का सीना भी गर्व से चौड़ा हो जाता है। वन विभाग के डीएफओ का कहना है कि यह कार्य काबिले तारीफ है। इतने पेड़ों की सेवा करना बहुत बड़ा कार्य है। इनके इस कार्य को देखकर वन विभाग की टीम उनको सम्मानित करने का काम करेगी।

भैया राम ने कर्वी वन रेंज के भरत कूप के भरत वन में करीब 40 हजार वृक्षों का जंगल तैयार किया है। बुंदलखंड विशेष पैकेज में वर्ष 2008 में वृहद पौधारोपण कराने के दौरान करीब 50 हेक्टेयर क्षेत्रफल में वन विभाग ने आम, शीशम, नीम, आंवला और सागौन के 40 हजार पौधे उनके सहयोग से भरत वन में रोपे थे। भीषण सूखे में जिले के तमाम पौधे सूख गए लेकिन यहां पर भैया राम की मेहनत और देखभाल से जंगल तैयार हो गया है। अपनी पत्नी और बच्चों को खो चुके भैयाराम इन पौधों को अब तक संतान की तरह पाल रहे हैं। वहीं पर कुटिया बनाकर रहते हैं।

बने देश के हीरो

चित्रकूट में 40 हजार पेड़ लगाने वाले चित्रकूट के भैया राम अब देश के हीरो बन गए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने बुधवार को ट्वीट कर उनको वृक्ष पुरुष बताकर सराहना की। इसके साथ में पेड़ों को संतान की तरह पाल रहे भैया राम के लिए जिला प्रशासन से एक अदद हैंडपंप लगवाने के लिए तंज भरे लहजे में अपील की ताकि उनके संतानों की प्यास बुझ सके। इस ट्वीट के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। डीएम ने प्रभागीय वन अधिकारी कैलाश प्रकाश को मौके पर भेजा। अब उनकी एक आवाज पर अब जिला प्रशासन अलर्ट पर आ जाता है।

काफी समय से मांग के बाद भी पौधों की सुरक्षा के लिए तार और सिंचाई के लिए हैंडपंप नहीं लग सका है। अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा के ट्वीट से वह फिर चर्चा में हैं। डीएफओ ने कहा कि विभाग के पास कोई मद नहीं है। जिलाधिकारी से कहकर इंतजाम कराएंगे।

कांग्रेस लगवाएगी हैंडपंप

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पंकज मिश्र, कोऑर्डिनेटर फरहान वारसी व लक्ष्मण प्रसाद ने कहा कि महासचिव प्रियंका वाड्रा समाज के हर तबके तक निगाह रख रही हैं। उनके साथ एक-एक कार्यकर्ता है। हैंडपंप अफसरों ने नहीं लगाया तो जिला कमेटी की तरफ से वहां पर पानी का इंतजाम कराएंगे।

प्रियंका ने यह किया ट्वीट

चित्रकूट की सूखी, उबड़ खाबड़ जमीन पर 40 हजार वृक्षों का जंगल खड़ा करने वाले वृक्ष पुरुष भैया राम यादव ने यह साबित कर दिया है कि जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है। उम्मीद है आपकी संतानों की प्यास बुझाने के लिए एक हैंडपंप जल्दी लगेगा। 


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