‘ई-संजीवनी’ बनी वरदान, घर के पास मिल रहा अच्छा इलाज
चित्रकूट दूरस्थ स्थित प्राथमिक व
‘ई-संजीवनी’ बनी वरदान, घर के पास मिल रहा अच्छा इलाज
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : सरकार की ‘ई-संजीवनी’ योजना मरीजों के लिए वरदान साबित हुई है। घर बैठे उनको विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह के साथ इलाज मिल रहा है। वीडियो कालिंग के माध्यम से इलाज मिलने से उन्हें घर से दूर जाने की जरूरत नहीं है। उन्हें नजदीकी ‘हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर’ में ‘ई संजीवनी’ के माध्यम से इलाज मुहैय्या हो रहा है। वीडियो कालिंग के माध्यम से चिकित्सक मरीज को देखते हैं और दवा लिखते हैं।
ऐसे होता है इलाज
हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बहादुरपुर में आई 24 वर्षीय मनीषा ने बताती हैं कि सबसे पहले सेंटर में रजिस्ट्रेशन किया गया। उन्हें सिर, हाथ और पैर में दर्द के साथ बुखार था। मैडम ने एक डाक्टर से वीडियो कॉलिंग के जरिए बात करायी। डाक्टर ने देखने के बाद कुछ दवाएं बताई। मैडम ने वह दवाईयां दी और सेवन की विधि समझाई।
ऐसे होता रजिस्ट्रेशन
हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बहादुरपुर की कम्युनिटी हेल्थ अफसर अंजली प्रिया ने बताया कि रजिस्ट्रेसन में मरीज का नाम, उम्र, उसके पिता या पति का नाम लिखते है। साथ ही क्या परेशानी (बीमारी) रजिस्टर में लिखते हैं। जरूरत पर मरीज का ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, टेंपरेचर, वजन लेते हैं।
झोलाछाप से मिला छुटकारा
बरवारा के महेंद्र सिंह कहते हैं पहले वह प्राइवेट डाक्टर से इलाज कराने कर्वी आते थे या फिर झोलाछाप के दिखाते थे। पैसा खर्चा करने के बाद भी अच्छा इलाज नहीं मिलता था। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर से उन्हें घर के पास ही इलाज मिले लगा है।
इनका मिलता है परामर्श व इलाज
एसजीपीजीआइ लखनऊ के डा. गिरीश कुरील, डा सविता त्रिपाठी, एमएलबीएमसी झांसी की डा स्वर्णिमा शुक्ला, डा. सुची, डा. जूही शरण के साथ जिले के विशेषज्ञ चिकित्सक पैनल में शामिल हैं।
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इन्फो
शुरुआत : 15 अप्रैल 2022
सुविधा : 102 हेल्थ वेलनेस सेंटर
अभी तक इलाज : 4056
ई संजीवनी से लोगों को घर के पास ही उच्च गुणवत्ता वाला इलाज मिल रहा है। वीडियो कॉलिंग से दूर बैठे विशेषज्ञ की सेवाएं मरीज को देते हैं।
डा भूपेश द्विवेदी, मुख्य चिकित्साधिकारी चित्रकूट।